कानपुर (ब्यूरो)। जिला कारागार में बंद 65 साल की उर्मिला देवी कमल की गुरुवार को हैलट में मौत हो गई। वे किडनी की बीमारी से परेशान थीं, उनको इलाज के लिए जेल से हैलट रेफर किया गया था। जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि उर्मिला देवी उस्मानपुर कॉलोनी निवासिनी थीं। पिछले डेढ़ साल से जेल में बंद थीं। उन पर बहू को प्रताडि़त करने व आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज था। उनकी दोनों किडनियां खराब हो गई थीं, डायलिसिस कराने के लिए अस्पताल लाए थे। उर्मिला देवी का बेटा अंकित भी जेल में बंद है। बेटे को मजिस्ट्रेट ने मां के अंतिम संस्कार में जाने की इजाजत नहीं दी।

बहू ने लगा ली थी आग
परिजनों ने बताया कि डेढ़ साल पहले उर्मिला देवी के बेटे अंकित उर्फ सोनू की पत्नी ने आग लगा ली थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी, बहू के मायके वालों ने बेटी को मारने करने का आरोप अंकित और उर्मिला देवी पर लगाया था। इसी आरोप में अंकित व उर्मिला देवी के खिलाफ नौबस्ता थाने में केस दर्ज किया गया था। अंकित और उसके परिजनों ने उर्मिला देवी की मौत के बाद कोर्ट में मुखाग्नि देने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन कागजी कार्रवाई की वजह से कोर्ट ने इस निवेदन को अस्वीकार कर दिया।