कानपुर (ब्यूरो) कांफ्रेंसिंग में मंडलायुक्त डॉ। राजशेखर, मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव, रेलवे के चीफ इंजीनियर कैलाश सिंह, चीफ इंजीनियर सुशील कुमार, पुलिस उपायुक्त यातायात संकल्प शर्मा समन्वयक नीरज श्रीवास्तव, पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर ,महाप्रबंधक सेतु निगम, कानपुर मेट्रो परियोजना निदेशक शामिल हुए।

56 ट्रेनें रोज गुजरतीं
मंडलायुक्त ने बताया कि इस रेल खंड के समानांतर हाईवे निर्माण भी चल रहा है। 9 मुख्य क्रॉसिंग पर रेलवे गेट बंद होने से जाम की बड़ी समस्या है। यहां से 56 ट्रेनें रोजाना गुजरती हैं। कुछ विशेष दिनों में 63 ट्रेनें गुजरती हैं। यातायात बाधित होने के साथ ही दुर्घटना बाहुल्य भी हो गया है।

ये दिए विकल्प
1 मंधना से पनकी लगभग 12 किलोमीटर का नया ट्रैक
2 आईआईटी से जरीब चौकी तक रेलवे ट्रैक एलीवेटेड करने
3. रिंग रोड से आटा तक नया रेल टै्रक बिछाया जाए

अंडरपास का भी सुझाव
मंडलायुक्त ने एक और विकल्प बताया जो एक हफ्ते पूर्व समन्वयक नीरज श्रीवास्तव के साथ जयपुर और दिल्ली से आए तकनीकी विशेषज्ञों ने आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए कल्याणपुर शारदा नगर और गुरदेव पैलेस पर आरओबी और अंडरपास के सुझाव दिए है। जिसकी एक ड्राइंग भी तैयार की है। महाप्रबंधक सेतु निगम ने बताया कि पहले मांधना पनकी नई रेल लाइन निर्माण का सर्वेक्षण हुआ था जिस पर मुख्य अभियंता पूर्वोत्तर रेल खंड ने बताया कि रेलवे ने इसको फिजिबिल नही माना है।

31 मई तक मांगी डिटेल
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि सभी अफसर संयुक्त रूप से स्थिति का निरीक्षण कर विकल्पों में उचित विकल्प और डिटेल 31 मई तक उपलब्ध कराएं। योजनाओं के निर्माण की संभावनाओं को देख कर अपनी रिपोर्ट दें जो मुख्य सचिव भेजी जाएगी। कानपुर की इस समस्या को सभी जनप्रतिनिधि , सांसद और मंडलायुक्त राजशेखर ने कानपुर के प्रभारी मंत्री जो कि लोक निर्माण विभाग के मंत्री भी है। उनकी समीक्षा बैठक में इसे प्रमुखता से रखा था। प्रभारी मंत्री ने मुख्य सचिव से उच्च स्तर की मीटिंग कर आवश्यक कार्यवाही के लिए अनुरोध किया था।