कानपुर(ब्यूरो)। एचबीटीयू के आयल टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट ने अडानी विलमार के विदिशा (एमपी) स्थिति प्लांट में सोयाबीन सीड्स के एक पूरे बैच के जलने का रीजन और सॉल्यूशन बताया है। आयल टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। प्रवीण सिंह यादव टीम के साथ विदिशा प्लांट गए और कारणों का पता लगाया। एचबीटीयू की ओर से जारी रिपोर्ट में सामने आया कि स्टोरेज टैैंक में तेज हवा या किसी अन्य वजह से होल हो गया था। उस होल की वजह से माश्चर टैैंक में गया। माश्चर बढऩे से सीड्स के माइक्रोआर्गेनिज्म ने रिएक्शन किया, जिससे टैैंक का टेंपरेचर बढ़ गया। ऐसा होने से टैैंक में हॉटस्पाट बने, जिससे सीड्स जल गए। साल्यूशन में बताया गया है कि स्टोरेज टैैंक को इस तरह कवर करना है, जिससे इनके अंदर माश्चर न जाने पाए। इसके अलावा टैैंकों में सेफ्टी अलार्म लगाने का सजेशन दिया गया है।


मौके पर जाकर देखा गया तो स्टोरेज टैैंक में मॉइश्चर आने से टेंपरेचर बढ़ा, जिस वजह से सीड्स जले थे। सॉल्यूशन भी दिया है।
डॉ। प्रवीण सिंह यादव, एचओडी आयल टेक्नोलॉजी