-डीजीपी के निर्देश के बाद शुरू की जांच, एक हफ्ते में रिपोर्ट देनी है

-कल्याणपुर के डबल मर्डर समेत अन्य संगीन मामलों की शुरू हुई जांच

-शुरुआती जांच में पुलिस की घोर लापरवाही आई सामने, कई थानेदारों पर गिर सकती है गाज

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KANPUR : कल्याणपुर के डबल मर्डर समेत अन्य संगीन वारदातों की समीक्षा शुरू होने से पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। आईजी की शुरुआती जांच में ज्यादातर मामलों में पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई है। जिससे संबंधित थानेदार समेत अन्य पुलिस कर्मियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। इसके साथ ही आईजी अवैध वसूली और घूसखोरी में लिप्त थानेदारों के संबंध में भी एक विशेष रिपोर्ट तैयार करवा रहे हैं। आईजी अगले हफ्ते इस रिपोर्ट को डीजीपी को देंगे।

डीजीपी ने मांगी रिपोर्ट

शहर में दो दिन पहले डीजीपी जगमोहन यादव एक निजी कार्यक्रम में आए थे। इसी दौरान कल्याणपुर में डबल मर्डर होने से उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने प्रथम दृष्टया हीलाहवाली पर थानेदार और चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने के निर्देश एसएसपी को दिए। साथ ही उन्होंने कल्याणपुर थाने में एसएसपी, डीआईजी और आईजी के साथ मीटिंग की, जिसमें उन्होंने आईजी को डबल मर्डर समेत अन्य संगीन वारदातों की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा था। उनके निर्देश पर शनिवार को आईजी ने जांच शुरू कर दी।

डबल मर्डर से जांच की शुरुआत हुई

आईजी ने महिला प्रोफेसर और उनके भाई के मर्डर से जांच की शुरुआत की है। जिसमें प्रथम दृष्टया पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना के करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंची थी। इसके बाद पुलिस ने खुद मकान के अन्दर न जाकर पहले इलाकाई एक युवक को भेजा। यह भी सामने आया है कि पुलिस के पहुंचने पर महिला प्रोफेसर जिन्दा थी, लेकिन पुलिस उनको देर से हॉस्पिटल ले गई, जिससे उनकी मौत हो गई। यह रिपोर्ट अभी पूरी नहीं है। इसमें अभी पुलिस का पक्ष जानकर उसे भी दर्ज किया जाना है।

इन मामलों में भी हो रही है जांच

-सजेती में अवैध वसूली कर ओवरलोड ट्रकों को इंट्री देने के मामले की भी जांच हो रही है। इसमें सजेती एसओ राजेश सिंह फंसे गए हैं।

-चमनगंज के फुरकान मर्डर में एसओ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उन पर वादी ने सात दिन बाद एफआईआर की कॉपी देने और आरोपियों के घर पर दबिश न देने का आरोप लगाया है।

-कल्याणपुर में सेल्समैन के घर पर डकैती का प्रयास, इसमें भी तत्कालीन एसओ की हीलाहवाली सामने आई है

-स्वरूपनगर में टीचर और उसकी मां के मर्डर के अधूरे खुलासे की भी जांच शुरू हो गई है। इसमें पुलिस ने मकान मालिक को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया, लेकिन अन्य आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।

एक-दूसरे की टोह ले रहे हैं थानेदार

आईजी की जांच शुरू होते ही थानेदार सचेत हो गए हैं। वे आईजी ऑफिस में तैनात साथियों से टोह ले रहे हैं कि आईजी साहब किन-किन मामलों की जांच करवा रहे हैं। उनके मामले में क्या चल रहा है। वहीं, आईजी की राडार में आए सजेती एसओ समेत थानेदार अपने से जुड़े मामलों में शिकायत करने वाले को मैनेज करने में जुट गए हैं, ताकि वे उनके जरिए क्लीन चिट पा सकें। सोर्सेज के मुताबिक सजेती ने 'एक नम्बर भरोसे का' में शिकायत करने वाले ट्रांसपोर्टर को मैनेज करने के लिए हर हथकंडा अपना रहे हैं।