कानपुर (ब्यूरो) गोविंद नगर थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि जेपी कॉलोनी निवासी रघुवीर चंद्र कपूर घर के बाहर ही परचून की दुकान है। भतीजे जस्सू उर्फ पंकज ने बताया कि रात करीब नौ बजे चाचा रघुवीर दुकान में थे। इस दौरान कार से आए चार लोगों ने खुद को एसटीएफ का बता कर चाचा को गाड़ी में खींच लिया। इसमें एक युवक पुलिस की वर्दी में था। गाली देकर चिल्लाते हुए कहा कि कि दुकान से भांग समेत अन्य मादक पदार्थ की बिक्री करते हो, अब जेल जाओगे।

पड़ोसी मोनू की आई कॉल
इसके बाद चाचा को कार से लेकर चले गए। कुछ देर बाद ही पड़ोस में रहने वाले एक युवक मोनू बॉक्सर का फोन आया। कहा कि चाचा दुकान से भांग समेत अन्य मादक पदार्थ बेचते हैं। एसटीएफ की टीम उठा ले गई है, टीम मेरे संपर्क में है। 50 हजार रुपए मांग रहे हैं, अगर कहो तो मैं बात करूं, नहीं तो चाचा को जेल भेज देगी पुलिस। उधर दुकानदार का परिवार इतना सहम गया कि गोविंदनगर थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने परिवार से आरोपियों से डील करके बुलाने को कहा। 22 हजार में सौदा तय हुआ। बर्रा दो पानी टंकी के पास परिजन पुलिस के साथ पहुंचे तो आरोपी दुकानदार को छोड़ कर भाग निकले।

देर रात दो को दबोचा
गोविंद नगर थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि देर रात सर्विलांस की मदद से दोनों कांस्टेबल मुकेश और उसके साथी शालू नंदा को अरेस्ट कर लिया है। मुकेश मौजूदा समय में फीलखाना थाने में तैनात है। जबकि फरार आरोपी अमित कोतवाली थाने में तैनात है। दोनों के खिलाफ अपहरण और वसूली समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। बताते चलें कि इसके पहले भी अमित को वसूली की शिकायत पर सस्पेंड किया गया था। बहाली के बाद फिर से अमित ने मुकेश के साथ वसूली गैैंग बनाकर वारदात को अंजाम दिया।

वसूली के लिए उठाया
पूछताछ में कांस्टेबल ने बताया कि दुकानदार के मोहल्ले में रहने वाले मोनू बॉक्सर उनके संपर्क में था। मोनू ने कहा था कि दुकानदार को एसटीएफ बन कर उठा लो मैं 50 हजार रुपए दिला दूंगा। इसी के चलते वसूली को लेकर व्यापारी को दुकान से उठाया था। एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि इससे पहले भी आरोपी कांस्टेबल मुकेश किदवई नगर थाने से व्यापारी का अपहरण करने के मामले में जेल जा चुका है। कांस्टेबल मुकेश और अमित अपराधी किस्म के हैं।

खाकी पर लगाए बदनुमा दाग
ये कोई पहला मामला नहीं है। साइबर शातिरों की मदद करने में और उनसे वसूली में क्राइम ब्रांच के सिपाही का नाम सामने आ चुका है। एक सब इंस्पेक्टर की क्रिमिनल के साथ हुक्का बार में फोटो वायरल हुई थी। चोरी की कार चलाते हुए तत्कालीन थाना प्रभारी बिठूर के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। मादक पदार्थों के तस्कर की बाइक सस्ते में खरीदने का पीआरओ रहे दारोगा पर आरोप था। इस मामले में उसे भी चौकी से हटाकर पीआरओ बनाया गया था। हालांकि ये दारोगा तत्कालीन पुलिस कमिश्नर का बहुत करीबी हो गया था। इन मामलों के अलावा शहर में एक दर्जन से ज्यादा मामले हैैं, जिनमें पुलिस कर्मियों पर वसूली गैैंग बनाकर किडनैप और फिरौती वसूलने का आरोप है।

पुलिस ने 24 घंंटे के अंदर वारदात का खुलासा कर एक कास्टेबल समेत दो को गिरफ्तार कर लिया है। एक कांस्टेबल व उसके साथी की तलाश की जा रही है। दोनों कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया है।
प्रमोद कुमार, डीसीपी साउथ

खाकी के दामन पर लगे दाग
-शिवली में पुलिस कस्टडी में बलवंत को बेरहमी से पीटकर मार डाला
-चोरी की कार यूज करने में तत्कालीन बिठूर थाना प्रभारी पर केस
-एटीएम हैकर्स के गैंग में शामिल पाया गया था चकेरी थाने का कांस्टेबल
-बिधनू पुलिस ने रात को व्यापारी के घर में घुसकर की थी लूट, दो ट्रेनी दरोगा सस्पेंड
- कई पुलिसकर्मियों पर रेप और छेड़छाड़ के गंभीर आरोप, कई हो चुके सस्पेंड
-महाराजपुर में पशु तस्कारों की मदद करने में तीन सिपाही सस्पेंड
- सचेंडी में खनन माफिया की गाड़ी छोडऩे में सिपाही समेत दो सस्पेंड
-रावतपुर में पकड़े गए सॉल्वर को सेंटिग कर थाने से छोड़ दिया, इंस्पेक्टर लाइन हाजिर