-कोरोना को मात दे चुके फीलखाना इंस्पेक्टर ने पेश की इंसानियत की नजीर

-जाजमऊ निवासी कोरोना पेशेंट के बच्चे ने फोन कर मांगा था प्लाज्मा

KANPUR: कोरोना की जंग जीत चुके फीलखाना थाना इंस्पेक्टर ने इंसानियत की नजीर पेश की है। इंस्पेक्टर एक बच्चे के फोन करने पर उसके पापा की जान बचाने के लिए प्लाज्मा डोनेट करने हैलट पहुंच गए। ब्लड ग्रुप मैच न होने के बावजूद उन्होंने अन्य कोरोना पेशेंट के लिए यूज करने की अपील करते हुए प्लाज्मा डोनेट किया।

बच्चे की बात सुनकर

दरअसल जाजमऊ में रहने वाला एक व्यक्ति कोरोनावायरस इंफेक्शन का शिकार हो गए। बच्चे को बताया गया कि अगर कोई स्वस्थ हो चुका कोरोना पेशेंट अपना प्लाज्मा दे दो उसके पिता ठीक हो जाएंगे। प्लाज्मा के लिए हैलट के ब्लड बैंक में संपर्क किया। जहां फीलखाना थाने के इंस्पेक्टर का मोबाइल नंबर मिला। उस बच्चे ने फीलखाना इंस्पेक्टर को फोन कर पिता की जान बचाने के लिए उनके प्लाज्मा डोनेट करने की रिक्वेस्ट की। बच्चे की बातें सुनकर फीलखाना इंस्पेक्टर सतीश साहू अपने को रोक नहीं सके। उन्होंने डाक्टर्स से बातचीत की। इसके बाद ब्लड बैंक की वैन उन्हें लेकर हैलट आई। ब्लड बैंक इंचार्ज प्रो। लूबना खान ने बताया कि इंस्पेक्टर जिस मरीज के लिए प्लाज्मा दान करने आए थे। उनका और मरीज का ब्लड ग्रुप अलग-अलग है लेकिन इंस्पेक्टर किसी अन्य मरीज के काम आने के लिए प्लाज्मा दान कर गए हैं।