- विकास कार्यो की खुली हकीकत, शासन की रैकिंग में 13वें स्थान पर कानपुर जोन

- कमिश्नर ने काम में लापरवाही करने वालों को सस्पेंड करने का आदेश दिया

KANPUR: फाइलों में भले ही शहर में विकास कार्यो की झड़ी लगी हो। मेट्रो से लेकर हाईटेक सिटी और तमाम फ्लाईओवर के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा हो लेकिन हकीकत इससे इतर है। शासन की रिपोर्ट में विकास कार्यो के मामले में कानपुर फिसड्डी साबित हुआ है। शासन ने इसे 13वें स्थान पर रखा है। कमिश्नर ने गुरुवार को मण्डलीय बैठक में साफ कहा है कि कार्य में लापरवाही बरतने वालों को तत्काल सस्पेंड कर दिया जाए।

लापरवाहों को तुरंत हटाएं

कानपुर मण्डल को प्रदेश में विकास कार्यो की समीक्षा में शासन स्तर पर बीते वित्तीय वर्ष में 13वां स्थान मिलने पर मण्डलायुक्त मो। इफ्तेखारुद्दीन ने अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। निर्देश दिया कि विकास कार्यो में इस कदर तेजी लाई जाए कि इस फाइनेंसियल इयर में कानपुर मण्डल प्रथम स्थान पर हो। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो बीओ अपनी सेवाओं के प्रति लापरवाह हैं उनको सस्पेंड किया जाए। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग में जो एएनएम व आशा बहन एवं आगनबाड़ी कार्यकत्री अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाह हो उनके पद समाप्त की संस्तुति शासन से की जाए।

35.43 लाख पेड़ लगाए जाएंगे

ग्रीन यूपी क्लीन यूपी के तहत प्रदेश स्तर पर एक ही दिन में 5 करोड़ पेड़ लगाने की योजना को सफल बनाया जाए। आवश्यकता पड़ने पर मनरेगा योजना से भी कार्य कराया जा सकता है। इस वर्ष 35.43 लाख पेड़ मण्डल में लगाए जाएंगे। इस कार्य में सभी विभागों का सहयोग ि1लया जाएगा।

मुख्य योजनाओं में लाएं तेजी

कैम्प कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने यह भी कहा कि मुफ्त सिंचाई योजना। कृषक ऋण माफी योजना, कृषक दुर्घटना बीमा योजना, कामधेनु योजना, अल्पसंख्यक समुदाय के लिए विभिन्न योजनाओं, समाजवादी पेंशन योजना, युवाओं को रोजगारपरक निशुल्क प्रशिक्षण योजना पर भी तेजी से कार्य किया जाये। उन्होंने जानकारी दी कि कौशल विकास योजना के तहत 3403 प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है। जिनमे 1219 युवाओं को रोजगार भी मिल चुका है।