कानपुर (ब्यूरो)। यूपी में पुलिस महकमे में बीते 48 घंटे में तीन बड़े मामले सामने आए। कहीं पत्नी को छोडक़र दूसरी महिला से रिलेशन प्रूव होने पर सीनियर ऑफिसर्स सस्पेंड किया गया। तो कहीं साथ में काम करने वाली महिला पुलिस कर्मी के साथ रिलेशन में डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी पकड़े गए। कहीं ट्रेनी महिला दारोगा को कमरे में बुलाने पर इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया। ऐसे में शासन ने थानेदार से लेकर एसीपी का कैरेक्टर सार्टिफिकेट देने के बाद ही महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती देने के आदेश जारी किए हैैं। सभी पुलिस अधिकारियों की तैनाती उनके पूर्व के जिलों में काम करने की रिपोर्ट पर आधारित होगी। इसके अलावा महिला पुलिस कर्मियों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है।

इन मामलों में खाकी पर लगा दाग

कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में कई बार खाकी पर दाग लगा है। पुलिस लाइन में प्रेमी के साथ महिला सिपाही पकड़ी गई। वहीं, कोतवाली और हरबंश मोहाल में दारोगा के खिलाफ दर्ज महिला उत्पीडऩ के मामले, कल्याणपुर में महिला सिपाही के साथ अभद्रता का मामला और गोविंद नगर व नौबस्ता में महिला सिपाहियों के साथ तमाम मामले दर्ज किए जा चुके हैैं, जिससे खाकी का दामन दागदार हो चुका है। इसके अलावा अवैध रूप से वसूली का विरोध करने पर सब्जी विक्रेता को धमकाने का मामला भी सामने आ चुका है, जिसमें सचेंडी थानाक्षेत्र स्थित एक मोहल्ले में सब्जी विक्रेता ने जान दे दी थी। कानपुर देहात के प्लाईवुड कारोबारी से भी लूट के मामले में खाकी पर दाग लग चुका हैैं।


इन बिंदुओं पर जांच के बाद थानेदारों को मिलेगा चार्ज

- जिले में तैनात सीनियर ऑफिसर पत्नी से बात करेंगी।
- चार्ज के पहले छह महीने की सीडीआर चेक की जाएगी।
- जिस जिले को छोडक़र आए हैैं, वहां से रिपोर्ट ली जाएगी।
- जिले के सीनियर ऑफिसर्स की रिपोर्ट लगेगी।
- पूर्व जिले के जन प्रतिनिधियों से जानकारी ली जाएगी।
- पूर्व थाने में तैनात महिला पुलिस कर्मियों की राय जानी जाएगी।
- पूर्व जिले की लोकल इंटेलीजेंस यूनिट से जानकारी ली जाएगी।
- पूर्व जिले में तैनाती के दौरान मिले हमराही व ड्राइवर से राय ली जाएगी।