कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर कमिश्नरेट में यौन अपराधों की जांच के लिए जांच ट्रैकिंग सिस्टम (आईटीएसएसओ) पोर्टल शुरू किया गया है। इसमें छेड़छाड़ से लेकर रेप और घरेलू उत्पीडऩ के मामलों में शिकायत, सुनवाई और जांच होगी। आईटीएसएसओ एक ऑनलाइन मॉड्यूल है जो नेशनल, स्टेट, डिस्ट्रिक्ट और पुलिस स्टेशन के यूपी कॉप में मौजूद है। इससे महिला संबंधी अपराधों की माइक्रो लेवल पर मॉनीटरिंग होती है। खास बात ये है कि दो महीने के अंदर ही इसमें पुलिस को जांच रिपोर्ट लगानी पड़ती है। इसकी लगातार मॉनीटरिंग भी की जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 1 जुलाई से कानून बदल रहे हैैं। सीसीटीएनएस में नई धाराएं आ जाएंगी। इसके पहले ही पेंडिंग पड़े मामलों की जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैैं।

सब कुछ होगा ऑनलाइन
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये माड्यूल केवल महिलाओं के लिए है। जिनकी शिकायत महीनों से पेंडिंग चल रही है, वे इस माड्यूल पर अपनी शिकायत तो दर्ज करा सकती हैैं, साथ ही ऑनलाइन रन कर रहे इस माड्यूल पर अपनी शिकायत का स्टेटस भी देख सकती है। कितने दिन जांच कहां लटकी रही और किस अधिकारी के पास है? इसकी जानकारी भी होगी। पुलिस अधिकारियों की माने तो महिलाओं को अपने अधिकारों की जानकारी भी इस पोर्टल से होगी।

पुलिस उत्पीडऩ से बचेेंगी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस पूरे माड्यूल में ऑनलाइन शिकायतें न सिर्फ दर्ज की जाएंगी बल्कि ऑनलाइन ही ये सॉल्व भी की जाएंगीं। जिससे पुलिस पर लगने वाले रिश्वत और जांच के दौरान चरित्रहीनता के आरोप नहीं लग पाएंगे। चार्जशीट या फाइनल रिपोर्ट के दौरान ही शिकायत करने वाली महिलाओं को विवेचनाधिकारी के सामने आना होगा। यानि पीडि़त महिलाओं को बार बार थाना, चौकी या अन्य सीनियर ऑफिसर्स के पास दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

इस तरह से मॉड्यूल में रजिस्ट्रेशन
यूपी कॉप या डॉयरेक्ट गूगल पर जाकर आईटीएसएसओ ओपन करें। एक प्रोफार्मा सामने आएगा, जिसमें नाम, पिता/पति का नाम, मूल पता, वर्तमान पता, जाति, धर्म, निवास, पारिवारिक सिजरा, घर के आस पास का फेमस प्लेस, घर के सबसे करीब का पुलिस स्टेशन, प्रदेश, जिला, उम्र, एजुकेशन, आरोपी का नाम पता और पुलिस स्टेशन समेत लगभग डेढ़ दर्जन बिंदुओं पर जानकारी देने के बाद आपके मोबाइल पर चंद मिनट में एक ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आएगा। इसे संभाल कर रखिएगा। इतना करने के 20 से 22 घंटे के अंदर आपके पास एक कॉल आएगी। कॉलर कोई महिला होगी जो आपसे केवल ओटीपी की जानकारी करेगी और आपको कंपलेंट नंबर दे देगी। इसके बाद से आपकी प्रक्रिया मॉडयूल पर शुरू हो जाएगी।

डंप हो गया &प्रबल प्रतिक्रिया एप&य
कमिश्नरेट में दो साल पहले तत्कालीन डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने महिलाओं के लिए &प्रबल प्रतिक्रिया एप&य शुरू किया था। जिसमें रजिस्ट्रेशन के बाद महिला की एक शिकायत पर कई पुलिस की गाडिय़ां एक साथ पहुंच जाती थीं और तुरंत मौके पर ही समस्या का समाधान करके आती थीं। इस एप में 6754 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था। कुछ दिन तक तो &प्रबल प्रतिक्रिया एप&य ने सही काम किया। उसके बाद जब रवीना त्यागी ट्रैफिक में आ गईं तो मिशन शक्ति के तहत बना ये एप बंद हो गया और उसके बाद इसकी कॉलिंग समेत सब कुछ बंद हो गया। फिलहाल ये डंप पड़ा है।