कानपुर (ब्यूरो)। आम जनता के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले सात पुलिसकर्मियों को जनता ने ही निपटा दिया। फीडबैक के आधार पर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने इन सभी को सस्पेंड कर दिया। साथ ही उन्हें आचरण और व्यवहार में सुधार लाने की सलाह भी दी है। साथ ही विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैैं।

इन पर सस्पेंशन की कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर ने अनवरगंज थाने के एसआई दुर्गेश प्रताप ङ्क्षसह, बाबृूपुरवा थाने के हेडकांस्टेबल ग्रीसराज, बर्रा के हेडकांस्टेबल विजय, बेकनगंज के एसआई केशव प्रसाद, कम्प्यूटर ऑपरेटर गौरीशंकर, बिठूर थाने के सिपाही सोनू यादव और चमनगंज के हेडकांस्टेबल मुस्तकीम को निलंबित किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस भी पुलिसकर्मी की शिकायत मिलेगी और जनता के प्रति आचरण खराब पाया जायेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

एक्स पर पहले भी मांगी थी राय

कमिश्नरेट का चार्ज संभालते ही पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने पुलिस को कठघरे में खड़ा करते हुए पुलिस की कार्यशैली सुधारने को लेकर इंटरनेट मीडिया (एक्स) पर जनता से राय मांगी थी। इस दौरान कई कमेंट सामने आए थे। कई शहरवासियों ने 12 से 14 घंटे की ड्यूटी में राहत देने की भी राय दी थी। ज्यादातर सुझाव लॉ एंड ऑर्डर को दुरुस्त करने, ख्रराब ट्रैफिक और पुलिस के आचरण और व्यवहार को सुधारने के लिये आए थे।

आईओ और महिला कांस्टेबल पर आरोप

चकेरी निवासी महिला ने दो साल पहले पति और उसके दोस्तों पर गैैंगरेप का आरोप लगा केस दर्ज कराया था। जिसकी विवेचना अतिरिक्त इंस्पेक्टर अनिल पांडेय कर रहे है। 29 जून को महिला कांस्टेबल मंजूलेश ने मुकदमे से संबंधित इविडेंस देने के लिए बुलाया था। अगले ही दिन वह इविडेंस लेकर थाने पहुंची तो विवेचक नहीं मिले। इस पर उन्होंने महिला कांस्टेबल मंजूलेश को इविडेंस देने से मना कर दिया। आरोप है कि विवेचक अनिल पांडेय के दबाव में महिला कांस्टेबल ने अभद्रता की और जबरन देर शाम तक थाने में बैठाए रखा। इसके बाद पीडि़ता ने पुलिस कमिश्नर केस का विवेचक बदलने की मांग की तो जांच चकेरी एसीपी दिलीप कुमार को सौंपी गई।