कानपुर (ब्यूरो)। शहर के सबसे बिजी चौराहों में एक नौबस्ता चौराहा पर फ्राईडे सुबह स्टैंड संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के समय स्टैंड संचालक हरिकरन रोज की तरह कुर्सी पर बैठे हुए न्यूजपेपर पढ़ रहे थे। तभी हत्यारा आराम से वहां पहुंचा और हरिकरन की कनपटी पर तमंचा सटाकर गोली मार दी। किलर ने इतने प्रोफेशनल अंदाज में वारदात को अंजाम दिया कि न तो आसपास के लोग समझ पाए और न ही हरिकरन को कुर्सी से हिलने का मौका मिला। सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुई वारदात से एरिया में हडक़ंप मच गया जबकि हत्यारोपी ने सडक़ पार की और अपनी कार लेकर फरार हो गया।

पाथ ट्रेस कर रही पुलिस

मौके पर पहुंची पुलिस ने हरिकरन को हॉस्पिटल पहुुंचाया लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें मृृत घोषित कर दिया। चौराहे पर दिन दहाड़े सैकड़ों लोगों के बीच हुई वारदात से अफरातफरी मच गई। पुलिस ने आसपास की दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकलवाई, जिसमें आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद भागता हुआ दिखाई दिया। पुलिस के मुताबिक किलर ओमनी वैन से आया था और घटनास्थल के कुछ दूर पहले ही ओमनी वैन खड़ी करके आया था और सनसनीखेज वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया। फॉरेंसिक टीम ने मौके से इविडेंस कलेक्ट किए हैैं। वहीं पुलिस सीसीटीवी फुटेज के पाथ को ट्रेस कर किलर की तलाश में जुटी है।

20 साल से चला रहे थे स्टैैंड

ताज नगर हनुमंत विहार निवासी 58 साल के हरिकरन सिंह के परिवार में पत्नी रेनू सिंह, बेटा अमित कुमार सिंह और दो बेटियां हैैं। तीनों बच्चों की शादी हो चुकी है। घर में बेटा अमित, बहू रेशू और पत्नी रेनू सिंह रहती हैैं। अमित और रेशू दोनों टीचर हैं। रोज की तरह अमित फ्राइडे सुबह हमीरपुर स्थित स्कूल के लिए निकल गया था। हरिकरन भी घर से लगभग एक किमी दूर नौबस्ता चौराहे पहुंच गए। हरिकरन बीते 20 सालों से चौराहे पर अवैध ओमनी स्टैैंड का संचालन कर रहे थे। इस स्टैैंड पर रोज 50 गाडिय़ां लगती थीं जो घाटमपुर और हमीरपुर की सवारी लेकर जाती थीं। एक गाड़ी का 50 रुपये का टोकन हरिकरन लेते थे।

कुर्सी पर बैठे पढ़ रहे थे न्यूजपेपर

मुख्य चौराहे पर एक ओर हरिकरन रोज की तरह बैठकर न्यूजपेपर पढ़ रहे थे। उनके पास की कुर्सी पर फर्रुखाबाद निवासी फल विक्रेता सुभाष बैठा था और ठेले के फल ठीक कर रहा था। इसी बीच घाटमपुर की तरफ से सफेद शर्ट और नीली जींस पहनकर एक युवक आया। पलक झपकते ही तमंचा निकाला और हरिकरन की कनपटी पर सटाकर गोली मार दी और तेज चाल से घाटमपुर की तरफ खड़ी ओमनी वैन लेकर फरार हो गया। खून से लथपथ हरिकरन कुर्सी से नीचे गिर गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने हरिकरन को निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें हैलट रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मुझे लगा, मोबाइल फट गया है

वारदात के समय हरिकरन के बगल में बैठे फल विक्रेता सुभाष ने बताया कि वारदात के समय हरिकरन फोन पर बात कर रहे थे। इसी बीच तेज आवाज सुनकर वह सोचा कि मोबाइल फट गया है। पलट कर देखा तो उसकी जान ही निकल गई। जिससे डरकर वह भागा और टॉयलेट में घुसकर कैद कर लिया। पुलिस शव लेकर मार्चुरी पहुंची और परिवार वालों को जानकारी दी। जानकारी मिलने पर परिवार में कोहराम मच गया। उनका बेटा अमित भी मार्चुरी पहुंच गया।

ड्राइवर से हुआ था विवाद

घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि हरिकरन सिंह एक मिलनसार व्यक्ति थे। करीब 10 दिन पहले उनका एक ओमनी ड्राइवर से विवाद हुआ था, मारपीट में उनके सिर में भी चोट आई थी। इसकी पुष्टि बेटे अमित ने भी की। अमित ने बताया कि वह अमरनाथ गया था। लौटने पर पिता के सिर में चोट देखकर वजह जाननी चाही, लेकिन पिता ने डांटकर चुप रहने के लिए कह दिया था। घटनास्थल के आस पास मौजूद लोगों ने बताया कि आमतौर पर उनका किसी से कोई विवाद नहीं होता था।

रेकी कर दिया वारदात को अंजाम

घटनाक्रम के मुताबिक आरोपी मौके पर पहुंचा और बिना किसी बातचीत के और मौका दिए हरिकन की कनपटी पर तमंचा रखकर फायर कर दिया। इससे साफ है कि वारदात को अंजाम देने वाला हत्या के उद्देश्य से ही आया था और कोई प्रोफेशनल किलर था। वारदात को अंजाम देने से पहले उसने रेकी कर हरिकरन के बैठने की जगह देख रखी थी। अगर वारदात को अंजाम देने वाला कोई नया क्रिमिनल होता तो वह सामने से और कुछ दूर से फायर करता। दूसरी बात नया क्रिमिनल भीड़ भाड़ वाले स्थान पर वारदात से हिचकता है जबकि प्रोफेशनल किलर को कोई खौफ नहीं होता है।

सीसीटीवी में कैद हुआ किलर

हत्यारोपी की तलाश के लिए घटनास्थल के पड़ोस मेें स्थित दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकाली गई, जिसमें कैमरों का एंगल ठीक न होने की वजह से चेहरा नहीं दिखाई दिया। बल्कि दुकानदार की प्लास्टिक की सीलिंग की आड़ लेकर किलर भागता दिखाई दिया। पुलिस ने भागने के रास्ते पर लगे सीसीटीवी चेक करने शुरू कर दिए हैैं।

सिर की चार हड्डी टूटी, ज्यादा खून बहने से मौैत

एटॉप्सी सेंटर में हुई प्रक्रिया के बाद जानकारी मिली कि गोली एकदम कनपटी से सटाकर मारी गई, लिहाजा लेफ्ट साइड की कनपटी पर ब्लैकनिंग मिली है। बुलेट लेफ्ट साइड से एंटर की है और सिर की चार हड्डी तोड़ते हुए राइट साइड से एग्जिट कर गई है। जिससे साफ है कि गोली चलाने वाला कोई प्रोफेशनल था और जान लेने के इरादे से ही आया था।

नौबस्ता चौराहे पर 58 साल के हरिकरन सिंह को गोली मारी गई थी। हैलट में डॉक्टर्स उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। फील्ड यूनिट और पांच टीमें लगाकर हत्यारोपी की तलाश की जा रही है।
रविंद्र कुमार, डीसीपी साउथ कानपुर कमिश्नरेट