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-विकास नगर डिपो की तर्ज पर मेडिकल कॉलेज कैम्पस में ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट की तैयारी

-खाली पड़ी 40 हजार वर्ग मीटर जमीन का सर्वे पूरा, एक हजार फ्लैट निकलेंगे

KANPUR: शहर में खत्म होती लैंड और बढ़ती आवास समस्या से निपटने के लिए केडीए दूसरे सरकारी विभागों से हाथ मिला रहा है। विकास नगर में डिपो में सिग्नेचर सिटी की शुरुआत के बाद अब केडीए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में ग्रुप हाउसिंगग प्रोजेक्ट लाने की तैयारी कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के लिए केडीए ने कम्पनीबाग-रावतपुर रोड की साइड मेडिकल कॉलेज की खाली पड़ी जमीन का सर्वे पूरा कर लिया है। यह जमीन 40 हजार वर्ग मीटर के लगभग है। जिसमें 2 बीएचके के एक हजार या फिर 3 बीएचके के करीब 800 फ्लैट निकलेंगे। इसमें कुछ फ्लैट मेडिकल कॉलेज के स्टाफ के लिए रिजर्व होंगे। हालंाकि ज्यादातर फ्लैट पब्लिक को ही मिलेंगे।

विकास नगर डिपो की तर्ज पर

विकास नगर डिपो में केडीए, यूपीएसआरटीसी के साथ मिलकर सिग्नेचर सिटी बसा रहा है। इस सिटी में मॉडर्न बस डिपो, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के अलावा ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट भी है। जिसमें रोडवेज इम्प्लाइज के लिए 84 वन बीएचके के अलावा 1100 के लगभग 2 व 3 बीएचके फ्लैट बना रहा है। निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इसके साथ ही बुकिंग की तैयारी भी शुरू कर दी है।

कंपनी बाग की तरफ होगा एंट्रेंस

कमिश्नर मो। इफ्तिखारुद्दीन के निर्देश पर पिछले दिनों केडीए ने मेडिकल कालेज में ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए सर्वे शुरू किया था। सर्वे के बाद केडीए अफसरों ने ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए फिलहाल मेडिकल कॉलेज की 40 हजार स्क्वॉयर मीटर जमीन चुनी है। आसपास ज्यादातर जमीन खाली है। इसलिए और भी जमीन मिलने की संभावना है। इस जमीन के कुछ हिस्से में बने सिंगल स्टोरी मकानों में मेडिकल कालेज के डॉक्टर फैमिली के साथ रह रहे हैं। हालांकि यह बिल्डिंग जर्जर है। केडीए अफसरों की मानें तो मेडिकल कॉलेज की इस जमीन पर करीब एक हजार के करीब 2 बीएचके या 800 के लगभग 3 बीएचके फ्लैट बन जाएंगे। हालांकि इसका फाइनल डिसीजन कमिश्नर की अध्यक्षता में होने वाली आगामी मीटिंग में होने की संभावना है। एंट्रेस गेट कम्पनी बाग चौराहा- जीटी रोड की साइड होगा।

एमओयू साइन करने की तैयारी

ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट को हकीकत का रूप देने में अभी खासा समय लगेगा। पहले मेडिकल एजूकेशन डिपार्टमेंट लखनऊ और केडीए के बीच विकास नगर डिपो की तर्ज पर एमओयू साइन होगा। विकास नगर डिपो की तरह ही एक और समस्या लैंडयूज भी बताई जा रही है। ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए केडीए को लैंडयूज परिवर्तन कराना पड़ेगा। मामला शासन स्तर से जुड़ा होने की वजह से केडीए अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि सर्वे पूरा होने के बाद ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए खाका खींचने में जुट गए हैं।

प्रोजेक्ट- ग्रुप हाउसिंग

जगह- मेडिकल कॉलेज कैम्पस

लैंड- 40 हजार वर्ग मीटर

प्रस्तावि फ्लैट-1000 टूबीएचके या 800 थ्री बीएचके

स्टेटस- सर्वे पूरा हो चुका है

अड़चन- लैंड यूज

अगला कदम- एमओयू साइन