आडवाणी ने असम वायलेंस पर अपना स्टेटमेंट देते हुए कहा कि इसकी रिस्पांसिबल यूपीए गारमेंट ही है। उन्होंने कहा कि यूपीए2 अवैध गवरमेंट है। इस स्टेटमेंट को सुनते ही रूलिंग पार्टी ने हंगामा शुरू कर दिया, अपनी पार्टी के गुस्से  को एक्सप्रेस करते हुए कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी ने इस मामले पर अपना कड़ा विरोध जताया।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता और होम मिनिस्टर सुशील कुमार शिंदे ने भी आडवाणी के बयान को पार्लियामेंट का अपमान बताया। यूपीए के विरोध के चलते स्पीकर मीरा कुमार ने आडवाणी से अपने बयान वापस लेने को कहा, जिसके बाद आडवाणी ने अपने शब्द वापस ले लिए।

 

बाद में राहुल गांधी ने इस मामले पर स्टायर करते हुए कहा कि आडवाणी जी काफी सीनियर लीडर हैं और वे जानते हैं कि क्या कहना है। इस बात को सिर्फ मिस्टेक नहीं समझा जा सकता।

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