- कानपुर सेंट्रल स्टेशन से मेमू व लोकल ट्रेनों का लोड कम करने के लिए बनाई गई प्लानिंग

- पुराने ट्रैक व बिल्डिंग स्ट्रक्चर पहले से खड़ा होने की वजह से नहीं लगेगा ज्यादा बजट

KANPUR। कानपुर सेंट्रल स्टेशन से लोकल व मेमू ट्रेनों का लोड कम करने के लिए रेलवे कोपरगंज में मिनी सेंट्रल स्टेशन बनाने की तैयारी कर रहा है। जिसको लेकर टेक्निकल स्टडी शुरू हो गई है। कोपरगंज स्थित सीपीसी परिसर के आधे हिस्से को मिनी स्टेशन के रूप में डेवलप करने का प्रस्ताव दो साल पहले तत्कालीन डिप्टी सीटीएम जितेंद्र कुमार ने रेलवे बोर्ड को भेजा था। जिसको मंजूरी मिल चुकी है। अब रेलवे की इंजीनियर्स की टीम इस प्रोजक्ट का मास्टर प्लान बनाने की कवायद शुरू कर दी है। यहां से लोकल और मेमू ट्रेनों को चलाने की प्लानिंग है।

लाखों पैसेंजर्स को राहत

रेलवे सोर्सेस के मुताबिक कोपरगंज में प्रस्तावित मिनी रेलवे स्टेशन से मेमू व लोकल पैसेंजर्स ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। जिससे कानपुर सेंट्रल स्टेशन से डेली पैसेंजर्स का लोड लगभग खत्म हो जाएगा। रेलवे के इस प्रोजक्ट से लाखों कानपुराइट्स को काफी लाभ मिलेगा। सेंट्रल स्टेशन पर पैसेंजर व ट्रेनों का लोड कम होने से एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों के लिए प्लेटफार्म खाली रहेंगे। ट्रेनें आउटर में नहीं खड़ी होंगी।

गुड्स ट्रेनों का था आवागमन

रेलवे आफिसर्स के मुताबिक सीपीसी माल गोदाम में कोपरगंज की तरफ सालों पहले गुड्स ट्रेनों के लोडिंग व अनलोडिंग के लिए ट्रैक व बिल्डिंग बनाई गई थी। जो कुछ दिनों के बाद जरूरत न होने पर बंद कर दिया गया। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर लगातार ट्रेन व पैसेंजर लोड पड़ने पर रेलवे को कानपुर में एक और स्टेशन की कमी खलने लगी। जिस पर रेलवे के अधिकारियों ने कोपरगंज परिसर का सर्वे कर वहां मिनी स्टेशन बनाने का प्रस्ताव भेजा।

डीएफसी तैयार होने के बाद

प्रयागराज डिवीजन के डीआरएम मोहित चंद्रा ने बताया कि कोपरगंज में मिनी स्टेशन स्टेशन बनाने का प्रस्ताव मेरी नजर में हैं। जिसका टेक्निकल सर्वे भी चल रहा है। रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार सबसे पहले डीएफसी को जल्द से जल्द तैयार करने की प्राथमिकता है। उसके बाद पेंडिंग पड़े प्रोजक्ट पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संभावना जताई जा रही है कि 2022 तक इस प्रोजक्ट में काम शुरू हो जाएगा।

आंकड़े

- 2 साल पहले यह प्रस्ताव रेलवे बोर्ड गया था

- 50 हजार से अधिक पैसेंजर्स का लोड सेंट्रल से कम होगा

- 2 दर्जन से अधिक ट्रेनों का लोड भी सेंट्रल से कम हो जाएगा

- 100 से अधिक सुपरफास्ट व एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड बढ़ जाएगी

- 2022 तक इस प्रोजक्ट में काम शुरू होगा

ये प्रोजक्ट मेरी नजर में हैं। इस प्रोजक्ट समेत कानपुर के पेंडिंग पड़े प्रोजक्ट पर काम शुरू कर दिया गया है। पैसेंजर्स को बेस्ट सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें। हमारी यह पहली प्राथमिकता है।

मोहित चंद्रा, डीआरएम, प्रयागराज डिवीजन