-पुलिस की वर्दी पहनकर संपर्क क्रांति में लुटेरों ने पैसेंजर्स को बनाया शिकार

-आनंद विहार से उड़ीसा जा रही थी, दिल्ली से रवाना होते ही देने लगे थे अंजाम

-गांजा व नकली नोट रखने का आरोप लगा तलाशी के लिए टॉयलेट के पास ले गए थे लुटेरे

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KANPUR। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने दो दिन पहले रेल यात्रियों को जिस संकट के प्रति आगाह किया था, गुरुवार रात आखिर पैसेंजर्स पर वही मुसीबत टूट पड़ी। आनंद विहार से उड़ीसा जा रही संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में सफर कर रहे लगभग आधा दर्जन पैसेंजर्स के साथ पुलिस की वर्दी पहने लुटेरों ने लूटपाट की। पीडि़त यात्रियों ने मामले की जानकारी डॉयल 100 नंबर में की। ट्रेन में यात्रियों से लूटपाट की घटना रेलवे अधिकारियों व आरपीएफ, जीआरपी को मिलते ही उनके होश उड़ गए। फ्राइडे दोपहर लगभग 3.12 मिनट में ट्रेन कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म सात पर पहुंची। जहां रेलवे अधिकारियों, जीआरपी व आरपीएफ ने पीडि़त यात्रियों से घटना की जांच पड़ताल की। जीआरपी सीओ रामकृष्ण मिश्र ने बताया कि सभी पीडि़त यात्री उड़ीसा के रहने वाले हैं। इसके चलते सभी यात्रियों ने मामले की रिपोर्ट भुवनेश्वर स्टेशन में दर्ज कराने की बात कही है।

खाकी पैंट पहने थे लुटेरे

ओडिशा गंजन नगर निवासी दया ने बताया कि लूटपाट करने वाले चार लोग थे। सभी लुटेरे पुलिस की खाकी पैंट पहने हुए थे। लुटेरे अपने आपको पुलिस बता गांजा व नकली नोट रखने का आरोप लगा उनके साथ पांच अन्य यात्रियों को तलाशी के लिए टॉयलेट के पास ले गए थे। जहां उन्होंने सभी की तलाशी ली और जिसके पास जो कुछ मिला वह सब छीन लिया। यात्री उनको सिपाही समझ इसका विरोध नहीं कर पाए।

रंगों का त्योहार हुआ बेरंग

ओडिशा जाजपुर निवासी हरिहर ने बताया कि वह दिल्ली में एक फैक्ट्री में काम करता है। कई माह की कमाई लेकर वह अपने घर होली का त्योहार मनाने के लिए फ्राइडे की सुबह ओडिशा सम्पर्क क्रांति के जनरल कोच में सफर कर अपने गांव लौट रहा था। लुटेरों ने उसे पीट कर उसकी कई माह की कमाई 18 हजार रुपये लूट लिए। हरिहर बताते हैं कि जितना पैसा था सब लुट गया। अब मैं और मेरा परिवार त्योहार कैसे मनाएंगे।

चेनपुलिंग कर भागे लुटेरे

ओडिशा सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में लूटपाट के शिकार हुए पीडि़तों ने बताया कि आनंद विहार से ट्रेन रवाना होने के महज 10 मिनट बाद ही वह चारों लुटेरे कोच में आ गए थे। जो कि घटना को अंजाम देने के बाद गाजियाबाद के आगे हिंडन नदी के पास ट्रेन की चेनपुलिंग कर ट्रेन से उतर जंगल की तरफ भाग गए थे।

स्कॉर्ट न होने का उठाया फायदा

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अधिकतर जीआरपी सिपाही भेजे जाने के कारण नाम मात्र ही ट्रेनों में स्कॉर्ट चल रहा है। लुटेरे इस बात से पूरी तरह से वाकिफ थे। उन्हें पता था कि आनंद विहार से भुवनेश्वर जाने वाली ट्रेन में जीआरपी स्कॉर्ट नहीं है। इसके चलते ही लुटेरे लूटपाट की घटना को आसानी से अंजाम दे सके।

इनके साथ हुई लूटपाट

नाम पता पैसा

दया गंजन नगर ओडिशा 800 रुपये

हरिहर जाजपुर ओडिशा 18,000 रुपये

प्रमोद कुमार ओडिशा 3,000 रुपये

चेतन सिंह ओडिशा 2,000 रुपये

मानस ओडिशा 1,800 रुपये

देवव्रत सिंह ओडिशा 2,000 रुपये