कानपुर (ब्यूरो) गुजैनी गांव निवासी अशोक कुमार ने पुलिस को बताया था कि उनका 12 साल का बेटा अभय उर्फ रजत, गांव में रहने वाले दोस्त 14 साल के दीपक, 14 साल के सावन उर्फ प्रेम और 12 साल के किशन संडे शाम से गायब हैं। सोमवार शाम गुजैनी थाने में चारो के लापता होने की जानकारी दी थी। सोमवार शाम मामला अफसरों को तब पता चला जब लोगों ने गुजैनी हाईवे पर जाम लगाकर हंगामा किया। जाम कही सूचना पर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदण्ड, डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल, एडीसीपी मनीष सोनकर, एसीपी विकास पांडेय और थाने का फोर्स पहुंचा था। कमिश्नर के समझाने पर लोगों ने जाम खत्म किया था। जिसके बाद बच्चों की तलाश के लिए चार टीमें लगाई गई थीं।

तलाश में लगी थीं 4 टीमें
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि संडे की शाम चारों को हाईवे के पास फुटओवर ब्रिज की सेफ्टी वाल पर बैठे देखा गया था। इसके बाद से कुछ पता नहीं चला था। किशोरों के पास मोबाइल न होने से उनकी लोकेशन ट्रेस करना भी मुश्किल हुआ। पुलिस की अलग-अलग गांव, गंगा बैराज, रेलवे व बस स्टेशन समेत हर संदेह वाली जगह पर तलाश करती रही। पुलिस को पनकी में सफलता मिली। पनकी में पुलिस को चार किशोर दिखे तो उनका पीछा किया।

फिर से जा रहे थे आगरा
पुलिस ने तीन किशोरों को पकड़ लिया लेकिन चौथा भाग निकला। पुलिस ने तीनों किशोरों को थाने लाकर पूछताछ की। जहां किशारों ने बताया कि घर वाले कहीं घुमाने नहीं ले जाते थे। इसलिए घरवालों से नाराज होकर हाईवे किनारे बैठे-बैठे चारों दोस्तों ने ताजमहल देखनेा प्लान बनाया। आगरा पहुंचने पर एक साथी ने घर वापस जाने की जिद की। इस पर सभी फिर कानपुर लौट आए और उसे हाईवे के पास छोड़कर फिर वापस आगरा जाने की तैयारी कर रहे थे।

कबाड़ी को साइकिल बेचकर
गोविंद नगर एसीपी विकास पांडे ने बताया दीपक अपने साथ तीनों दोस्तों को आगरा ले गया था। इनमें से एक साथी ने कबाड़ी को 400 रुपये में अपनी साइकिल बेची थी। आगरा में चारों किशोर ताजमहल समेत अन्य जगह घूमते रहे। सोमवार शाम घर लौटने की जिद करने वाले साथी को छोडऩे के लिए सभी मंगलवार सुबह पनकी स्टेशन पहुंचे। इसके बाद उसे छोड़कर ऑटो से जाने लगे। इस बीच पुलिस ने दो को पकड़ लिया, लेकिन तीसरा साथी दीपक भाग निकला। कुछ देर बाद उसे भी पकड़ लिया गया।