-सीएसए में स्टाफ से लेकर स्टूडेंट्स तक कर रहे थे इंटरनेट का दुरुपयोग

-डेली 200 जीबी डेटा खपता था सिर्फ यूट्यूब और वीडियोज पर

-जमकर देखी जा रही थीं एडल्ट और पोर्नोग्राफिक साइट्स

-साइबर रोम लगाकर इंटरनेट एक्सेस लिमिटेड कर दी गई

-वाइस चांसलर ने दी केवल स्टडीज के लिए नेट यूज करने की सख्त हिदायत

KANPUR : चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बीते म् साल से स्टूडेंट्स और स्टाफ को अनलिमिटेड और अनरेट्रिक्टेड इंटरनेट यूसेज मिल रही थी। लेकिन बहुत ज्यादा डेटा खर्च होने और इंटरनेट का खर्च बेतहाशा हो जाने पर जांच हुई तो राज खुल गया। पता चला कि स्टूडेंट्स से लेकर स्टाफ तक इंटरनेट का यूज स्टडीज व ऑफीशियल परपज के लिए कम, मौज-मस्ती के लिए ज्यादा कर रहे थे। खुलासे के बाद जब एडल्ट साइट्स के साथ-साथ यूट्यूब पर प्रतिबंध लगा दिया तो पूरी यूनिवर्सिटी का डेटा यूसेज ब्00 जीबी से घटकर डेली केवल 7फ् जीबी ही रह गया है। लास्ट फ्राइडे को ही इंटरनेट पर रेस्ट्रिक्शंस लगाए गए। इसपर स्टाफ ने विरोध भी किया।

नॉलेज नेटवर्क का यूज मस्ती के लिए

दरअसल नेशनल नॉलेज नेटवर्क ने इयर ख्007-08 में सीएसए यूनिवर्सिटी को इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई थी। यूनिवर्सिटी के मीडिया इंचार्ज डॉ। नौशाद खान ने बताया कि शताब्दी हास्टल, तिलक हास्टल, एपीजी कलाम हास्टल, गोदावरी हास्टल, सरोजनी नायडू हास्टल और झलकारी बाई हास्टल के स्टूडेंट्स को नेट की सुविधा वाई फाई के माध्यम से दी जा रही थी। यूनिवर्सिटी कैंपस में रहने वाले भ्00 स्टूडेंट्स नेट का यूज कर रहे हैं। लगभग ख्भ्0 स्टाफ मेंबर्स को इंटरनेट एक्सेस थी।

80 परसेंट तो दुरुपयोग था

कई पर्टिकुलर साइट्स पर बैन नहीं लगाया गया था तब तक डेली औसत ब्00 जीबी डेटा का यूज था। कभी यह यूज फ्70 जीबी तो कभी यह ब्ख्0 जीबी तक पहुंच जाता था। ख्ख् अगस्त के बाद से केवल 7फ् जीबी का खर्च रह गया है। मीडिया प्रभारी डॉ। नौशाद के अनुसार सबसे ज्यादा यू ट्यूब का यूज किया जा रहा था। जिसमें सांग, मूवी और अन्य वीडिओ जमकर देखे जा रहे थे। सीएसए में डेली यू ट्यूब पर ख्00 जीबी डेटा का यूज किया जा रहा था।

साइबर रोम डिवाइस बनी विलेन

सीएसए एडमिनिस्ट्रेशन ने निक्सी से साइबर रोम डिवाइस परचेज की। जिसकी कीमत करीब 8 लाख रुपए है। इस डिवाइस की वजह से सीएसए में सभी एडल्ट साइट्स, चैटिंग, डेटिंग साइट के साथ साथ फेसबुक और यू ट्यूब पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

शुरु हो गया विरोध

बैन लगते ही यूनिवर्सिटी के स्टाफ मेंबर्स प्रोटेस्ट करने लगे। सूत्रों के अनुसार सभी लोग ऑन लाइन मूवी देखने में मशगूल रहते थे। अब नेट की सुविधा तो मिल रही है लेकिन मनचाही साइट्स पर विजिट न कर पाने की वजह से सभी को दिक्कत हो रही है तो विरोध शुरू कर दिया।

किसको कितना डेटा।

सीएसए यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बीएससी के स्टूडेंट्स को एक महीने में ख् जीबी डेटा यूज करने को दिया जाएगा। डॉ। नौशाद खान ने बताया कि जल्द ही एमएससी के स्टूडेंट्स को ब् जीबी और रिसर्च स्कॉलर को म् जीबी डेटा महीने में यूज करने को मिलेगा। साइंटिफिक फील्ड में रिसर्च करने वाले स्टाफ के लिए कोई वैन नहीं लगाया गया है।

वर्जन

यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को एकेडमिक फील्ड में फोकस करना चाहिए। मौज मस्ती करने के लिए पूरी लाइफ पड़ी है। विश्वविद्यालय में पढ़ाई से रिलेटेड जो भी सुविधाएं स्टूडेंट्स मांगेगे उन्हें मिलेगी। इसलिए नेट का यूज केवल फ्यूचर के निर्माण में करे तो बेहतर रहेगा।

-प्रो। मुन्ना सिंह, वाइस चांसलर सीएसए