कानपुर (ब्यूरो)। 22 फरवरी से यूपी बोर्ड यूपी बोर्ड के एग्जाम शुरू हो जाएंगे। एग्जाम्स के लिए स्टूडेंट्स और स्कूल अपने अपने तरीके से तैयारी कर रहे हैैं। एग्जाम के दौरान किसी तरह की प्रॉब्लम हो इसलिए यूपी बोर्ड ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर स्टूडेंट्स के लिए मॉडल पेपर और क्वेश्चन बैैंक जारी कर दिए गए हैैं। मॉडल पेपर को एग्जाम पेपर के पैटर्न पर डिजाइन किया गया है, जिसको साल्व करके स्टूडेंट एग्जाम का पैटर्न और अपनी स्पीड को जान सकते हैैं।

मॉडल पेपर को विषयवार बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। इसके अलावा विषयवार क्वेश्चन बैैंक को भी अपलोड किया गया है। क्वेश्चन पेपर के जरिए स्टूडेंट तैयारी के साथ साथ रिवीजन भी कर सकते हैैं। मॉडल पेपर और क्वेश्चन बैैंक के लिए आपको यूपी बोर्ड की वेबसाइट में जाकर महत्वपूर्ण लिंक सेक्शन में जाना होगा। यहां से क्वेश्चन बैंक और पेपर डाउनलोड कर सकते हैं।

129 सेंटर्स पर 96830 स्टूडेंट देंगे एग्जाम
यूपी बोर्ड के एग्जाम में इस साल सिटी के 129 एग्जाम सेंटर्स पर टोटल 96830 स्टूडेंट एग्जाम देंगे। इनमें से क्लास 10 के 51060 और 12 के 47770 स्टूडेंट हैैं। एग्जाम सेंटर्स की लिस्ट को बोर्ड ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। एग्जाम को नकल विहीन और शुचितापूर्ण कराने के लिए डीआईओएस ऑफिस और एडमिनिस्ट्रेशन ने कमर कस ली है। डीआईओएस और अफसरों की ओर से समय समय पर मीटिंग करके बोर्ड एग्जाम की तैयारियों की समीक्षा की जा रही है।

वीक स्टूडेंट्स को रेमेडियल क्लास
अधिकतर एडेड और गवर्नमेंट स्कूलों में सिलेबस को पूरा कर लिया गया है। अब वीक स्टूडेंट्स को विषयवार रेमेडियल क्लास देकर मजबूत किया जा रहा है। जिन स्कूलों में सिलेबस अधूरा है वहां पर डीआईओएस अरुण कुमार ने स्कूलों में एक्सट्रा क्लास और ऑनलाइन क्लासेज के जरिए सिलेबस पूरा कराने के निर्देश दिए हैैं। डीआईओएस ने कहा कि एग्जाम से पहले सभी स्कूलों में सिलेबस पूरा कर लिया जाएगा।

सीसीटीवी की निगरानी में होंगे एग्जाम
बोर्ड एग्जाम्स को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कराया जाएगा। सभी एग्जाम सेंटर्स पर हाई स्पीड इंटरनेट और सीसीटीवी लग चुके हैैं। इन सीसीटीवी के फुटेज को ऑनलाइन कंट्रोल से जोड़ा जाएगा। कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगाकर हर स्कूल मेें एग्जाम की मॉनिटरिंग कराई जाएगी। इसके अलावा फ्लाइंग स्कॉट के जरिए स्कूलों में निरीक्षण भी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि कंट्रोल रूम दो तरह के बनेंगे, जिसमें एक ऑनलाइन और दूसरा ऑफलाइन होगा।