-हाईकोर्ट से अंतरिम बेल के आदेश होने से जेल जाने से बची

-चार दिन पहले ससुर और जेठ ने गिरफ्तारी दी थी, वे भी जेल से बच गए

-अब हाईकोर्ट में होने वाली अगली सुनवाई में होगा किस्मत का फैसला

KANPUR : ज्योति हत्याकांड में फंसे हत्यारोपी पति पीयूष श्यामदसानी के परिजनों ने आखिरकार अमानत में खयानत के मामले में सोमवार को जबलपुर के कैंट थाने में गिरफ्तारी दी, लेकिन पुलिस उनको जेल नहीं भेज पाई। हाईकोर्ट से अंतरिम बेल मिलने की वजह से उनको कागजी औपचारिकता पूरी करने के बाद छोड़ दिया गया। अब हाईकोर्ट में होने वाली अगली सुनवाई में उनकी किस्मत का फैसला होगा। इधर, जबलपुर पुलिस ने हत्यारोपी पीयूष को शहर की जेल से ले जाने के लिए प्रोटेक्शन वारण्ट हासिल कर लिया है। अब पुलिस जल्द ही उसे वारण्ट के आधार पर शहर से जबलपुर ले जाएंगी।

वकील के साथ थाने पहुंचे थे

शहर के चर्चित ज्योति हत्याकांड में हत्यारोपी पीयूष और पांच आरोपियों समेत गिरफ्तारी के बाद से जेल में हैं। उसके पिता ओम प्रकाश, मां पूनम, भाई मुकेश और भाभी रिंकी भी इस मामले में फंसी थी, लेकिन उनको जमानती धारा में आरोपी होने से बेल मिल गई थी। इधर, ज्योति की मां मायादेवी ने पीयूष समेत उसके घर वालों के खिलाफ जबलपुर में अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कराया था। उसने पीयूष और उसके घर वालों पर बेटी के जेवर, पासपोर्ट, मार्कशीट समेत अन्य कागजात हड़पने का आरोप लगाया था।

कुर्की का दिया था आदेश

इस मुकदमे की सुनवाई जबलपुर में चल रही है। इसमें जबलपुर पुलिस पीयूष के परिजनों की गिरफ्तारी के लिए कई बार घर में दबिश दे चुकी है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। इस पर कोर्ट ने उनकी कुर्की का आदेश दिया था, जिससे घबराए हत्यारोपी पीयूष के परिजनों ने हाईकोर्ट में बेल की अर्जी दी थी। जिसमें उन्हें अंतरिम बेल मिली थी। जिसके बाद हत्यारोपी पीयूष के पिता ओम प्रकाश और भाई मुकेश ने कैंट में सरेंडर किया था। पुलिस ने अंतरिम बेल का आदेश देखते ही उन्हें कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद छोड़ दिया था। अब सोमवार को हत्यारोपी पीयूष की मां पूनम और भाभी रिंकी ने सरेंडर कर गिरफ्तारी दी थी। उन्हें भी अंतरिम बेल के आधार पर छोड़ दिया गया। अब हाईकोर्ट की अगली सुनवाई में जमानत पर फैसला होगा। अगर हाईकोर्ट से उनकी जमानत खारिज हो जाती है तब पुलिस उन्हें गिरफ्तारी कर जेल भेज देगी।