कानपुर (ब्यूरो)। बढ़ते एयर पॉल्यूशन को लेकर नगर निगम ऑफिसर अलर्ट हो गए हैं। उन्होंने एयर पॉल्यूशन पर कंट्रोल की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए नगर निगम अपने सारे रिसोर्स का तो इस्तेमाल करेगा ही, साथ ही रेंट पर भी संसाधान जुटाएगा। जिससे पूरी ताकत से पॉल्यूशन पर प्रहार किया जा सके। जल्द ही पूरे सिटी में 24 एंटी स्मॉग गन व ट्रक माउंटेड टैंकर स्प्रिंकलर्स पानी की बौछार करते नजर आएंगे। जिससे स्मॉग और फॉग बढऩे पर भी पार्टिकुलेट मैटर्स जमीन पर ही बने रहें, एटमॉस्फियर में न घुलें।

कई गुना एयर पाल्यूशन
ठंड में एटमास्फियर में नमी के कारण एयर पाल्यूशन वैसे ही बढ़ जाता है। मौजूदा समय में भी सिटी का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी स्टैंडड्र्स से अधिक है। सेंट्रल पाल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड की बेबसाइट के मुताबिक, मंडे शाम 7 बजे नेहरू नगर सेंटर पर 2.5 माइक्रॉन साइज से कम के पार्टिकुलेट मैटर्स की मैक्सिमम मात्रा 313 माइक्रोग्र्राम प्रति क्यूबिक मीटर रही। यानि मानक से करीब 5 गुना रहा।

सेहत के लिए खतरनाक
इसी सेंटर पर पीएम 10 की मैक्सिमम मात्रा 185 माइक्रोग्र्राम प्रति मीट्रिक क्यूब रही यानि 10 माइक्रॉन साइज से कम पार्टिकुलेट मैटर्स भी सीपीसीबी के स्टैंडड्र्स से अधिक रहे। सीपीसीबी के किदवई नगर सेंटर पर पीएम 2.5 की मात्रा 217 और पीएम 10 की 299 माइक्रोग्र्राम प्रति क्यूबिक मीटर रही। जो कि स्टैंडर्ड से कई गुना अधिक रही। इसी तरह इन सेंटर पर सल्फर, नाइट्रोजन और ओजोन जैसी एटमास्फियर में खतरनाक गैस की मात्रा भी अधिक दर्ज हो रही है।

और बढ़ जाएगा पाल्यूशन
स्मॉग और फॉग बढऩे पर पॉल्यूशन का लेवल और अधिक हो जाने की आशंका है। वैसे ही जनवरी में फॉग और स्मॉग की वजह से कई-कई दिनों धूप नहीं निकलती है। अधिक ह्रï्यूमिडिटी के कारण सारा पॉल्यूशन नीचे ही बना रहता है। इसी वजह से नगर निगम ऑफिसर्स अलर्ट हो गए हैं। उन्होंने 6 एंटी स्मॉग गन और 18 ट्रक माउंटेड टैंकर स्प्रिंकलर्स के जरिए इस समस्या से निपटने की तैयारी की है। रेंट पर टैंकर स्प्रिंकलर्स लेने के साथ ही इनके आपरेशन और मेंटीनेंस की जिम्मेदारी भी संबंधित फर्म करेगी। इसके लिए म्यूनिसिपल कमिश्नर शिव शरणाप्पा और चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी की ओर से टेंडर भी कॉल किए जा चुके हैं।