ये कुबूलनामा है है गुरुवार को बर्रा में लक्ष्मी पंडित की हत्या करने वाले इंटरमीडियट स्टूडेंट व मोबाइल रिपेयरिंग शॉप चलाने वाले विवेक सोनी का।

हरकतों से हो गया शक

गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे बर्रा-4 निवासी 28 साल के लक्ष्मी नारायण शुक्ला उर्फ लक्ष्मी पंडित की मोबाइल शॉप में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। विवेक ने खुद को घटना का चश्मदीद गवाह बताया था। मगर, उसकी बातों से पुलिस को शक होते ज्यादा देर नहीं लगी और विवेक को गिरफ्तार कर लिया। डीआईजी अमिताभ यश ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर विवेक को मीडिया के सामने पेश किया।

उसी दिन बदला लेने की ठान ली

विवेक ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन राधिका(बदला नाम) भी दुकान में बैठती थी। लक्ष्मी तरुण पंडित और जीतू पंडित के साथ अक्सर दुकान में आता था। रीचार्ज के बहाने वो बहन को तंग करता था। दो महीने पहले उसने राधिका का हाथ खींच लिया और जबरन कार में बैठाने की कोशिश की थी। राधिका ने ये बात मुझे बताई उसी दिन बदला लेने की ठान ली थी। दोस्त की मदद से तमंचा- कारतूस खरीद लिए। और मौके का इंतजार करने लगा।

मौका मिला और मार दी गोली

लक्ष्मी ने कुछ दिन पहले शॉप पर अपना मोबाइल रिपेयर होने के लिए डाला था। गुरुवार दोपहर लक्ष्मी अकेला मोबाइल लेने शॉप पर आया था। लक्ष्मी बैठकर मोबाइल देख रहा था कि विवेक ने सीने से सटाकर फायर कर दिया। गोली लगते ही लक्ष्मी रोड की तरफ भागा और गिर पड़ा। किसी को शक न हो विवेक ने दुकान बंद करके गायब हो गया। इसके बाद विवेक ने बहन को फोनकर बताया कि छोटी, मैनें तुम्हारे अपमान का बदला ले लिया है। पुलिस ने विवेक की मदद करने वाले दोस्त जीतू को भी गिरफ्तार कर लिया है। तमंचा दिलाने वाले युवक की तलाश की जा रही है।

"हत्या के बाद विवेक ने प्रत्यक्षदर्शी बनकर गुमराह करने का प्लान बनाया। एक हद तक वो सक्सेज भी हुआ। लेकिन उसकी हरकतों से पुलिस को शक हो गया और घर शहर छोडक़र भाग रहे विवेक को बस स्टाप से गिरफ्तार कर लिया."

     - अमिताभ यश, डीआईजी