मुशर्रफ़ ने उन ख़बरों का भी खंडन किया है जिनमें कहा गया था कि वे पाकिस्तान नहीं लौट रहे हैं। लंदन में एक प्रेसवार्ता में परवेज़ मुशर्रफ़ ने कहा, “मैं 23 मार्च को लौटने वाला था। उसके बाद मैंने 27 या 30 जनवरी को लौटने का मन बनाया। अब मीडिया में ख़बरें आ रही हैं कि मैं लौटूंगा ही नहीं। और ये भी कि मैंने अपना लौटना स्थगित कर दिया है। ये सब सही नहीं है। मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है। मीडिया में आ रही ख़बरें ग़लत हैं। ”

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उनके ख़िलाफ़ गिरफ़्तारी का वारंट इसलिए जारी हुआ है क्योंकि वे अदालत के सामने पेश नहीं हो पाए थे। उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान पहुंचकर इस स्थिति को दुरुस्त कर लेंगे।

मुशर्रफ़ ने कहा, “ये क़ानूनी मसले हैं। ये ग़लत धारणा है कि मुझपर कोई आरोप हैं या मैंने बेनज़ीर भुट्टो हत्याकांड में कोई आपराधिक कार्य किया है। ऐसी बिल्कुल नहीं है। मेरे अदालत में पेश ना होने पाने की वजह से ये वारंट जारी किया गया है। इसलिए जब मैं पाकिस्तान लौटूंगा और अदालत में पेश होउंगा तो सब ठीक हो जाएगा। मुझे अदालत में पेश होने पर कोई दिक्कत नहीं है ”

परवेज़ मुशर्रफ़ ने कहा कि वे पाकिस्तान लौटने से पहले अपनी पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नेताओं से सलाह-मशविरा करेंगे। इससे पहले गुरुवार को उनकी पार्टी के नेताओं ने कहा था कि गिरफ़्तारी की संभावना के कारण मुशर्रफ़ को वापिस पाकिस्तान नहीं लौटना चाहिए।

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