कानपुर (ब्यूरो) कपड़ा कमेटी सदस्यों ने बताया कि सोमवार को वर्किंग-डे होने के बाद भी गुलशन अरोड़ा की दुकान बंद थी। शटर पर ताले पड़े थे। इसे लेकर पहले गुलशन से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने निजी कार्य से लखनऊ में होने की बात कही, लेकिन आग बुझाने के लिए शटर का खुलना जरूरी था। चाबियां न होने पर दमकल जवानों ने दुकान का शटर तोड़ा और उसके बाद आग बुझानी शुरू की। दमकल जवानों के मुताबिक अगर शटर न तोड़ते तो आग नहीं बुझाई जा सकती थी।
खुद को खतरे में डालकर
ऊपरी मंजिल पर तीन परिवारों के फंसे होने की जानकारी के बाद फायरमैन सतेंद्र कुमार, राहुल और संदीप ने पड़ोसी के मकान से सीढिय़ां लगाईं। खुद की जान की परवाह किए बिना ही तीनों खिड़कियों से मकान की ऊपरी मंजिल में गए और अंदर फंसे चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं पड़ोसी की छत पर एक बांस की 20 फुटा सीढ़ी भी काफी मददगार रही। विकास मिश्रा के जिस मकान में आग लगी थी, उसके बांये तरफ मंदिर और दाहिनी ओर मकान है। एहतियातन दमकल जवानों ने आसपास के मकानों में रह रहे लोगों को बाहर निकलवाया। - दो मंजिलों को आग ने तेजी से चपेट में लिया, दो परिवारों के चार सदस्य लपटों के बीच में फंस गए