कानपुर (ब्यूरो)। बिना संसाधनों के टेनरी के सेफ्टी टैंक में उतरना एक बार फिर जानलेवा बन गया। जाजमऊ में बुधवार सुबह टेनरी वेस्ट साफ करने टैंक में उतरा मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आ गया। उसे निकालने के दौरान दूसरा मजदूर भी गैस के प्रभाव से अचेत हो गया। फैमिली मेंबर्स को बिना सूचना दिए टेनरी मैनेजमेंट ने दोनों को इलाके के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां 46 साल के सुरेश को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं गैस की चपेट में आए दूसरे मजदूर की हालत कुछ देर बाद सामान्य हो गई। वहीं फैमिली मेंबर्स ने टेनरी मालिक पर लापरवाही का आरोप लगाकर थाने में हंगामा किया।

जीनत टेनरी का है मामला

जाजमऊ के सरैया स्थित जीनत टेनरी में वेडनसडे सुबह चकेरी के काजीखेड़ा निवासी 46 साल के सुरेश अपने साथी शिवकटरा निवासी संजय और लालकुर्ती निवासी राकेश कुमार के साथ ठेके पर टैंक साफ करने गया था। इस टैंक में टेनरी वेस्ट भरा था। ट्यूजडे को काम समझने के बाद सुरेश मैनहोल का ढक्कन खोलकर आ गया था। वेडनसडे सुबह वह दो साथियों के साथ आया और रस्सी बांधकर मैनहोल में उतर गया। पीछे से संजय भी उतरा। संजय के मुताबिक 15 फिट गहरे मैनहोल में उतरने के कुछ देर बाद ही सुरेश गिर पड़ा तो वह घबराकर बाहर आ गया। बाहर आते ही वह अचेत हो गया। साथी राकेश कुमार ने कांटा डालकर कुछ देर प्रयास किया तो सुरेश को अचेत हालत में बाहर निकाला गया।

बिना सिक्योरिटी किट के

टेनरी कर्मियों ने दोनों को जाजमऊ स्थित नासिर हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां सुरेश को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। संजय की हालत इलाज के बाद ठीक हो गई। संजय के परिवार में मां राधा, बहन रेशमा, पत्नी लक्ष्मी, विवाहित बेटी प्रिया, दो बेटे नितिन और लकी थे। सुरेश की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। परिवार वाले जाजमऊ थाने पहुंचे और टेनरी मालिक के खिलाफ लापरवाही बरतने की शिकायत की। फैमिली मेंबर्स ने कहा कि सुरेश को जब गटर में उतारा गया तो उसे सिक्योरिटी किट क्यों नहीं दी गई? प्रभारी निरीक्षक जाजमऊ ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों की तहरीर के आधार पर जांच की जाएगी।