- इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की धनराशि न मिलने से पैचवर्क तक नहीं करा पा रहा आवास विकास

- रोड बनाने, मेंटीनेंसआदि कार्यो पर खर्च होती थी इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से मिली धनराशि

KANPUR: आवास विकास की योजनाओं की बदहाली का सबसे बड़ी और मुख्य वजह बजट क्राइसिस है। आवास विकास को पिछले तीन साल से इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से धनराशि भी नहीं मिली। जिससे डेवलपमेंट व‌र्क्स कराना तो दूर मेजर मेंटीनेंस व‌र्क्स तक नहीं हो पा रहे हैं। यही कारण केशवपुरम, अंबेडकरपुरम आवासीय योजनाओं में रहने वाले हजारों लोग खस्ताहाल रोड्स से मिलने वाले दर्द को सहने के लिए मजबूर हैं। आवास विकास रोड बनाना दूर पैचवर्क तक नहीं करा पा रहा है।

मेजर मेंटीनेंस व‌र्क्स भी ठप

दरअसल आवास विकास की सिटी में तीन हाउसिंग स्कीम हैं। इनमें केशवपुरम, अंबेडकरपुरम और हंसपुरम शामिल हैं। आवास विकास के ऑफिसर्स के मुताबिक हर वर्ष इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से 3-4 करोड़ रुपए मिल जाते थे। जो कि रोड बनाने, पैचवर्क आदि में खर्च किए जाते थे। आवास विकास के एक्सईएन अभिषेक राज ने बताया कि पिछले तीन वर्ष से इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से एक भी पैसा नहीं मिला है। इसकी वजह से आवास विकास की 45 मीटर रोड नहीं बन सकी। यहां तक बड़ी रोड्स पर पैचवर्क भी नहीं हो सके हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर फंड न मिलने की जानकारी मुख्यालय को भी दी गई है।

एनजीटी डायरेक्शन पर मतभेद

नगर निगम ने योजना के हैंडओवर से पहले रोड, फुटपाथ आदि व‌र्क्स को लेकर आवास-विकास विभाग को 53 करोड़ से अधिक का एस्टीमेट थमा दिया है। नगर निगम के एक्सईएन आरके सिंह का कहना है एस्टीमेट एनजीटी की गाइड लाइंस के मुताबिक बनाया गया है। जिसमें रोड साइड व फुटपाथ पर 2-2 मीटर इंटरलाकिंग टाइल्स शामिल किया गया है। वहीं आवास विकास के एक्सईएन अभिषेक राज का कहना है कि गाजियाबाद को लेकर एनजीटी की डायरेक्शन में ऐसा नहीं है। इसकी जानकारी नगर निगम को दी जा रही है। वैसे भी ये व‌र्क्स आवास विकास की हाउसिंग स्कीम्स के डेवलपमेंट को लेकर जारी स्पेसीफिकेशन में नहीं हैं।

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इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से हर वर्ष धनराशि मिल जाने से रोड बनाने व अन्य मेंटीनेंस व‌र्क्स हो जाते थे लेकिन बीते तीन साल से एक भी पैसा नहीं मिला है। इससे मेंटीनेंस व‌र्क्स भी प्रभावित है। मुख्यालय को जानकारी देकर हेल्प मांगी गई है.-- अभिषेक राज, एक्सईएन