कानपुर (ब्यूरो) हिस्ट्रीशीटर का नाम आते ही दुर्दांत अपराधी की छवि सामने आती है। हिस्ट्रीशीटर यानी बड़ा अपराधी। ऐसा अपराधी जो कई अपराध की घटना में लिप्त रहा हो। पुलिस किसी भी अपराधी की हिस्ट्रीशीट खोलने से पहले उसके वर्तमान आपराधिक स्थिति का आंकलन करती है। अगर देखने में आया कि अपराधी लगातार अपराध कर रहा है और उसकी निगरानी की जरूरत है तो ऐसे अपराधी की हिस्ट्रीशीट खोलकर उस पर लगातार नजर रखी जाती है। हिस्ट्रीशीट में अपराधी की पूरी कुंडली होती है। इसमें उसके दोस्तों से लेकर ज्ञात रिश्तेदारों की डिटेल भी होती है। उसके आर्थिक श्रोतों व मददगारों का ब्यौरा भी होता है। एक बार पकड़े जाने के बाद अपराधी अपना पता भी बदलते रहते हैं। वह दूसरे जिलों में अपराध शुरू कर देते हैं। ऐसे में यह आंकड़े पहचान खोलने के लिए विशेष मददगार हो सकते हैं। इसके लिए पुलिस शहर में क्राइम मैङ्क्षपग, हाट स्पाट की पहचान कर सक्रिय अपराध को रोकने का काम करती है।

यहां 50 से ज्यादा हिस्ट्रीशीटर

घाटमपुर 122

सचेंडी 83

बाबूपुरवा 82

चौबेपुर 72

गोङ्क्षवदनगर 72

चकेरी 73

कल्याणपुर 70

बिधनू 64

सजेती 62

नौबस्ता 59

बर्रा 58

रेल बाजार 54

बिठूर 52

साढ़ 50