कानपुर (ब्यूरो)। अब कानपुर में &राधे भइया&य का इलाज होगा। यह पढक़र आप शायद चौंक गए होंगे, लेकिन यह बिल्कुल सच है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट में अब मेंटली डिस्टर्ब लोगों को भर्ती कर ट्रीटमेंट किया जाएगा। शासन की ओर से हैलट में नई बिल्डिंग बनाने और पुरानी के रीडेवलपमेंट के लिए 21.17 करोड़ रुपये का बजट मिला है, जिसमें से पहली किश्त यानि 5.29 करोड़ रुपए रिलीज भी किये जा चुके हैं। इतना ही नहीं, हैलट में काम भी शुरू हो गया है। करीब दो साल में काम पूरा करने का टारगेट है। इसके बाद मेंटली डिस्टर्ब लोगों को इलाज की सुविधा मिलने लगेगी।

मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनेगी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग डिपार्टमेंट के एचओडी धनंजय चौधरी ने बताया कि हैलट में मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाई जा रही है। यहां वार्ड, ओपीडी से लेकर सभी तरह की जांच की सुविधा पेंशेंट को एक ही छत के नीचे मिलेगी।

नशा मुक्ति वार्ड भी बनाया जाएगा
उन्होंने बताया कि मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में मानसिक रोग डिपार्टमेंट के 20 बेड का वार्ड बनाने के साथ ही नशा मुक्ति वार्ड भी बनाया जाएगा। जहां नशे के लती पेशेंट को भर्ती कर ट्रीटमेंट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक हैलट में नशा मुक्ति वार्ड नहीं था। लिहाजा सैकड़ों पेशेंट को काफी परेशानी होती थी।

यूथ ज्यादा हो रहे बीमार
लाइफ की भागदौड़ और अपेक्षा से अधिक पाने की चाह में विभिन्न मानसिक रोग से ग्रस्त होने वाले यूथ की संख्या दिन में दिन बढ़ती जा रही है। मेंटल हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर 2019 से 2023 तक यानी बीते चार सालों में मानसिक बीमारियों से ग्रसित यूथ की संख्या 14 परसेंट बढ़ी है। लेकिन यह आंकड़े देखने को बाद आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि जल्द ही हैलट हॉस्पिटल में भी मानसिक रोगियों को बेस्ट ट्रीटमेंट मिल सकेगा।

शासन को भेजा था प्रस्ताव
एचओडी धनंजय चौधरी ने बताया कि 2011 में मानसिक रोग ईकाई को स्वतंत्र विभाग का दर्जा प्राप्त हुआ पर कोई भी अतिरिक्त संसाधन नहीं दिए गए। इसको लेकर लगातार शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा था। जिस पर शासन ने बीत दिनों मुहर लगा दी है। शासन ने डिपार्टमेंट की नई बिल्डिंग बनाने के लिए 21 करोड़ का बजट पास किया है। जिसकी पहली किश्त 5.29 करोड़ रुपए जारी भी कर दिया गया है।

जी प्लस 3 बिल्डिंग
एचओडी प्रो। धनंजय चौधरी ने बताया कि यूपी के सभी मेडिकल कॉलेज में ऐसा पहली बार है कि 21.17 करोड़ रुपए की लागत से मानसिक रोग डिपार्टमेंट का रीडेवलपमेंट व नशा मुक्ति वार्ड का निर्माण किया जाएगा। बिल्डिंग में बेसमेंट के साथ जी प्लस 3 बिल्डिंग बनाई जाएगी। बिल्डिंग बनाने का टारगेट दो साल का है।

काम हुआ शुरू
नई बिल्डिंग में 10 बेड का वार्ड पुरुष, 10 बेड का वार्ड महिलाओं व 10 बेड का वार्ड नशा मुक्ति का होगा। उन्होंने बताया कि रीडेवलपमेंट का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसको लेकर शासन की तरफ से 1.21 करोड़ का बजट पहले ही पास कर दिया गया था। शासन की तरफ से जारी की गई 5.29 करोड़ रुपए मिलने से निर्माण कार्य में तेजी आ जाएगी।