- आईआरडीटी ने तैयार किया मॉनीटरिंग सिस्टम, प्रिंसिपल से मांगी जाएगी डिटेल, प्लेसमेंट में होगी आसानी

-एडमिशन के समय स्टूडेंट्स में नहीं रहेगा कंफ्यून, रैंक देखकर ले सकेंगे डिसिजन कहां लेना है एडमिशन

KANPUR : पॉलीटेक्निक में एडमिशन से पहले स्टूडेंट्स के मन में कंफ्यूजन रहता है कि कहां एडमिशन लें? कौन से इंस्टीट्यूट में अच्छी फैकल्टी हैं और कहां की वर्कशॉप बेहतर है। किस पॉलीटेक्निक का प्लेसमेंट शानदार है? लेकिन अब स्टूडेंट्स को यह समस्या नहीं होगी। इंस्टीट्यूट की रैंकिंग से उन्हें इन सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। अब हर पॉलीटेक्निक को परफॉर्मेस के आधार पर रैंक दी जाएगी। जो इंस्टीट्यूट बेहतर परफार्म करेगा उसे अवार्ड भी दिया जाएगा। इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च डेवलपमेंट एंड ट्रेनिंग (आईआरडीटी) ने रैं¨कग के लिए प्रारूप तैयार कर ि1लया है।

फैकल्टी भी करेगी मेहनत

रैकिंग करने का डिसिजन इंस्टीट्यूट्स की परफॉरमेंस को इंप्रूव करने के साथ ही स्टूडेंट्स में नया सीखने की ललक बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। प्रदेश के सभी पॉलीटेक्निक के प्रिंसिपल से डिटेल मांगी जाएगी। रैं¨कग से स्टूडेंट्स को एडमिशन लेना आसान होगा। उन्हें पता चल जाएगा कि संबंधित ब्रांच में प्रैक्टिकल, स्टडी और वर्कशॉप की क्या व्यवस्था है। इंस्टीट्यूट के टीचर भी नंबर लाने के चक्कर में छात्रों के साथ मेहनत करेंगे।

इनोवेशन करने की होगी होड़

ऑफिसर्स के मुताबिक कई ¨बदु रखे गए हैं, जिसके मुताबिक वर्क करने से स्टूडेंट्स का व्यक्तित्व विकास होगा। उनके अंदर तकनीकी कौशल बढ़ेगा। स्टूडेंट्स को अलग-अलग तरह की कॉम्पटीशन में शामिल कराया जाएगा, जिससे उनके अंदर की झिझक दूर हो सके।

रिजल्ट सुधरेगा, प्लेसमेंट मिलेगा

सेमिनार, वेबिनार और अन्य तरह के कार्यक्रम होंगे। इनको कराने का मकसद हैं कि स्टूडेंट्स को नई जानकारियां मिलीं। टीचर भी रिविजन कर सकेंगे। खेलकूल की प्रतियोगिता भी होगी। ऑफिसर्स का दावा है कि इस रैं¨कग से रिजल्ट सुधरेगा, प्लेसमेंट के लिए कई कंपनियां आईंगी, जिसमें स्टूडेंट्स को नौकरी के कई अवसर मिलेंगे।