कानपुर (ब्यूरो)। जीएसवीएम सुपर स्पेशिएलिटी में पेशेंट्स को अब बैलून इंट्रोस्कोपी की सुविधा भी मिलेगी। अभी तक पेशेंट को छोटी आंत में होने वाले समस्या के लिए एसजीपीआई के चक्कर लगाने पड़ते थे। लेकिन अब जीएसवीएम के सुपर स्पेशिएलिटी में 150 रुपये में जांच और ट्रीटमेंट की सुविधा एक्सपर्ट की देखरेख में मिल रही है। थर्सडे को 42 वर्षीय बिरहाना रोड के पेशेंट की छोटी आंत के अल्सर की समस्या का ट्रीटमेंट जीएसवीएम मेडिकल कालेज के गैस्ट्रोएंटरोलाजी एचओडी डा। विनय कुमार ने किया।

पेट में दर्द होता था
थर्सडे को जीएसवीएम मेडिकल कालेज के पीसीआर रूम में हुई कांफ्रेंस में डा। विनय कुमार ने बताया कि पहली बार ङ्क्षसगल बैलून इंट्रोस्कोपी जांच की शुरुआत हुई। पिछले सप्ताह जीएसवीएम सुपर स्पेशिएलिटी गैस्ट्रो ओपीडी 42 साल के युवक की जांच की गई। जिसके करीब तीन साल से पेट में दर्द की समस्या थी। जिसके इलाज के लिए उसे कई बार हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा। सीटी स्कैन जांच में पता चला कि उसकी छोटी आंत में रुकावट की वजह से ऐसा हो रहा है।

आंत में अल्सर निकला
इसके बाद ङ्क्षसगल बैलून इंट्रोस्कोप की मदद से छोटी आंत में जांच की और करीब नौ फिट की आंत के अंत में अल्सर की समस्या दिखी। जिसकी बायोप्सी जांच का सैंपल भी लिया गया। उन्होंने बताया कि अभी तक छोटी आंत में जांच के लिए कैप्सूल इंडोस्कोपी की मदद ली जाती है। परंतु कैप्सूल के आंत में फंसने का खतरा रहता है। ऐसे में बैलून इंट्रोस्कोपी की मदद से लंबे समय से पेट दर्द से जूझ रहे पेशेंट का ट्रीटमेंट आसान हो गया है। इस प्रकार की समस्या हीमोग्लोबिन स्तर के कम होने से भी देखने को मिलती है।