आई एक्सक्लूसिव

-अबब सीआईएससीई के स्कूलों की फ्रीडम होगी खत्म, पढ़ाया जाएगा काउंसिल का सिलेबस, कक्षा 1 से 8 तक का सिलेबस अब नहीं होगा चेंज

pradeep.tripathi@inext.co.in

KANPUR: अब काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) नेक्स्ट सेशन से सीनियर क्लासेस की तरह ही जूनियर क्लासेस का सिलेबस एक जैसा करने जा रहा है। ये व्यवस्था पूरे देश में एक साथ लागू होगी। जिसके साथ ही स्कूलों की आजादी भी खत्म हो जाएगी। क्योंकि अभी तक स्कूल अपने लेवल पर सिलेबस का सेलेक्शन कर स्टूडेंट्स की क्लासेस करवा रहे थे। जिसपर रोक लग जाएगी। सोर्सेज के मुताबिक बस काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन की मीटिंग में नई व्यवस्था पर फाइनल मोहर लगनी बाकी है।

न्यू एकेडमिक इयर में होगा चेंज

इंडिया में सीआईएससीई से एफिलेटेड करीब 2200 स्कूल चल रहे हैं, जिसमें सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही करीब काउंसिल के 400 स्कूलों में स्टूडेंट्स शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें से करीब 34 कानपुर में हैं। अभी तक इन स्कूलों में काउंसिल की तरफ से कोई सिलेबस नहीं दिया गया था। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन अपनी सहूलियत के अनुसार सिलेबस चला रहे थे। पहली बार काउंसिल सिलेबस चेंज करने जा रहा है। काउंसिल की मीटिंग में अगर सबकुछ ठीक ठाक रहा तो फिर न्यू एकेडमिक सेशन 2017 में सीआईएससीई के स्कूलों में जूनियर विंग के क्लास 1 से लेकर क्लास 8वीं तक के बदले हुए सिलेबस से क्लासेस शुरू कराई जाएंगी। ये सिलेबस पूरे देश में एक होगा।

अभी 9 से 12 तक एक सिलेबस

अभी तक 9वीं से 12वीं क्लास तक सभी बोर्ड में सेम सिलेबस में लागू है, जो वर्ष 2013 में लागू हुआ था। नेशनल कांफ्रेंस ऑफ द एसोसिएशन ऑफ स्कूल फॉर द इंडियन स्कूल सार्टिफिकेट की 59वीं कांफ्रेंस 23 से 25 नवंबर के बीच लखनऊ में आयोजित की जा रही है। जिसमें देश के करीब दो हजार स्कूलों के प्रिंसिपल शिरकत करेंगे। यहां पर इस नई व्यवस्था पर फाइनल मुहर लग जाएगी। सीआईएससीई देश का पहला बोर्ड होगा, जहां पर जूनियर लेवल पर एक सिलेबस लागू किया जाएगा।

'लखनऊ में 23 से 25 नवंबर के बीच नेशनल कांफ्रेंस ऑफ द एसोसिएशन ऑफ स्कूल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट की 59वीं कांफ्रेंस हो रही है। जहां पर जूनियर क्लासेस में पूरे देश में एक सिलेबस पर मुहर लगेगी। जिसके बाद इसे काउंसिल के पास भेज दिया जाएगा। काउंसिल से ग्रीन सिग्नल मिलते ही न्यू एकेडमिक इयर में चेंज सिलेबस की व्यवस्था देश के 2200 स्कूलों में लागू की जाएगी। चेंज सिलेबस से स्कूलों की फ्रीडम खत्म हो जाएगी.'

केवी विंसेंट, सीआईएससीई प्रिंसिपल एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेट्री