कानपुर (ब्यूरो)। सख्ती और हैवी चालान के बावजूद कानपुराइट्स की ट्रैफिक रूल्स तोडऩे की आदत नहीं सुधर रही है। उनकी इस आदत की वजह कानपुर पूरे देश में बदनाम हो रहा है। क्योंकि दूसरे शहरों में ट्रैफिक रूल्स ब्रेक करने पर उनके लाइसेंस तक सस्पेंड किए जा रहे हैं। डीएल कानपुर आरटीओ ऑफिस से जारी होने के कारण कार्रवाई के बाद इसकी जानकारी यहां भेजी जाती है। इस मामले में कानपुर पूरे मंडल में नंबर वन है। बीते दो साल में आरटीओ की ओर जारी डीएल सस्पेंशन के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल 2022 से 30 नवंबर 2023 तक 390 कानपुराइट्स के डीएल ट्रैफिक रूल्स तोडऩे पर सस्पेंड किए गए हैं।

छह महीने तक रहता सस्पेंड
आरटीओ व ट्रैफिक डिपार्टमेंट अभी तक बार बार ट्रैफिक रूल्स तोडऩे के पांच गंभीर मामलों में ड्राइवर का डीएल एक महीने से लेकर छह महीने तक सस्पेंड कर देता था। दो दिन पूर्व ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक साल में तीन बार से अधिक एक ही ट्रैफिक रूल तोडऩे पर ड्राइवर का डीएल सस्पेंड करने के आदेश दिए है। जिसको तत्काल प्रभाव से लागू कर दिय गया है। फ्राइडे को परिवहन विभाग के अधिकारियों ने यूपी के सभी आरटीओ अधिकारियों से वीडियों कांफ्रेंसिंग कर नए नियम को लागू कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

35 परसेंट से राजस्थान में
आरटीओ ऑफिस के आंकड़ों के मुताबिक बीते 20 महीनों में 390 कानपुराइट्स पर ट्रैफिक नियम तोडऩे पर डीएल सस्पेंशन की कार्रवाई की है। जिसमें 35 परसेंट से अधिक मामलों में राजस्थान में ट्रैफिक नियम फॉलो न करने पर कार्रवाई हुई है। राजस्थान के परिवहन अधिकारियों ने लेटर भेजकर कानपुर आरटीओ से आरोपियों के डीएल सस्पेंड करने की संस्तुति की थी।

सात माह में 166 डीएल
आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 में जहां कानपुर आरटीओ से बने 224 डीएल सस्पेंड किए गए है। वहीं एक अप्रैल 2023 से नवंबर 2023 तक सिर्फ सात महीने में ही 166 डीएल सस्पेंड किए गए है। जोकि आंकड़ा कानपुर मंडल में सबसे अधिक है। कानपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले छह जिलों में सबसे अधिक कानपुर नगर आरटीओ ऑफिस से बने डीएल सस्पेंड किए गए हैं।

ऐसे खत्म होता है सस्पेंशन
तीन बार ट्रैफिक नियम तोडऩे या फिर गंभीर मामलों में डीएल सस्पेंड की कार्रवाई होने के बाद निर्धारित अवधि पूरी होने पर डीएल को एक्टिवेट कराया जा सकता है। सस्पेंशन को खत्म कराने के लिए कैंडिडेट को आरटीओ ऑफिस में जाकर निर्धारित अधिकारी को अप्लीकेशन देना होगा और आगे से ट्रैफिक नियम नहीं तोडऩे का भरोसा दिलाना होगा। इसके बाद ही डीएल सस्पेंशन खत्म किया जाएगा।