कानपुर (ब्यूरो)।घरों के किचन मेें टमाटर का यूज हर सीजन में किया जाता है। यह एक ऐसी सब्जी है, जिसके बिना थाली का स्वाद अधूरा रहता है। सीएसए के वेजीटेबल साइंस डिपार्टमेंट में तैयार टमाटर की प्रजाति टी-6 को गमले में उगाकर एक पौधे से आठ किलो तक टमाटर का प्रोडक्शन लिया जा रहा है। वेजीटेबल साइंस डिपार्टमेंट के डा। अजय कुमार यादव ने अपने घर की छत पर गमले में इस टमाटर को उगाया है। गमले के एक पौधे में ही सामान्य से ज्यादा टमाटर निकल आए हैं।
सितंबर अक्टूबर में
उन्होंने बताया कि टी-6 प्रजाति को सितंबर या अक्टूबर में लगाया जाता है और अप्रैल महीने के अंत तक इससे फल मिलते रहते हैं। अब आने वाली गर्मी के दिनों में टमाटर की हाइब्रिड वैरायटी भी गमले में आसानी से की जा सकती है।

इसका प्रोडक्शन टी-6 से भी ज्यादा मिलता है। इनसे प्रति पौधा एक सीजन में 10 से 14 किलो तक उत्पादन मिल सकता है। अधिक जानकारी के लिए सीएसए के वेजीटेबल साइंस डिपार्टमेंट आकर संपर्क कर सकते हैैं।