कानपुर (ब्यूरो) जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के पीडिएट्रिक डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। यशवंत राव ने बताया कि बीते कुछ सालों में प्री मैच्योर बेबी होने के केस काफी संख्या में बढ़े हैं। अभी तक पीडिएट्रिक डिपार्टमेंट में 32 बेड का ही एनआईसीयू था। जबकि भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या अधिक थी। लिहाजा कई बार एक बेड में दो बच्चों को लिटा कर उपचार व ऑक्सीजन देना पड़ता था। नए पीडिएट्रिक केयर यूनिट बनने से अब हम दोगुनी संख्या में प्री मेच्योर बेबी को एडमिट कर उनको ऑक्सीजन व ट्रीटमेंट मुहैया करा नया जीवन दे सकते हैं।

3.5 करोड़ रुपए से तैयार हुई यूनिट
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। डॉ। संजय काला ने बताया कि 100 बेड का पीडिएट्रिक केयर यूनिट बनाने के लिए पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने सीएसआर फंड से शासन के माध्यम से 3.5 करोड़ रुपए मुहैया कराया था। पीडिएट्रिक केयर यूनिट में 100 आईसीयू बेड, 7 निओ नेटल वेंटीलेटर, 7 यूनिवर्सल वेंटीलेटर व 20 स्प्लिट एसी उपलब्ध कराए गए हैं। हैलट में 100 बेड का नया पीआईसीयू का शुभारंभ होने से कानपुराइट्स को काफी राहत मिलेगी।