-डिसकनेक्शन चार्ज जमा करने के बाद भी रीकनेक्ट नहीं होते है स्मार्ट मीटर

-अपार्टमेंट के बेसमेंट में और घनी आबादी मोहल्लों में नेटवर्क में है ज्यादा समस्या

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KANPUR: उसमभरी गर्मी में कानपुराइट्स बिजली संकट के कारण बेहाल हैं। ऐसे में नेटवर्क प्रॉब्लम से जूझ रहे स्मार्ट मीटर्स ने उनकी टेंशन और भी बढ़ा दी है। डिसकनेक्शन चार्ज जमा किए जाने के बावजूद नेटवर्क प्रॉब्लम की वजह से ये रीकनेक्ट नहीं होते हैं। इससे लोगों को बेवजह घंटो पॉवर क्राइसिस से जूझना पड़ता है। इसी तरह कई बार पॉवर कट होने के बाद लाइट नहीं आती है।

प्रीपेड में कन्वर्ट कर रहे

केस्को ने सिटी में एक लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगा दिए हैं। पहले ज्यादातर मीटर पोस्टपेड थे, लेकिन अब तेजी से इन्हें प्रीपेड में कन्वर्ट किया जा रहा है। जुलाई में प्रीपेड स्मार्ट मीटर्स की संख्या 53 हजार तक पहुंच चुकी है। यह सिलसिला जारी है। इन दिनों बिजलीघर परेड, जरीबचौकी और नवाबगंज के पोस्टपेड मीटर्स को प्रीपेड में कन्वर्ट किया जा रहा है।

टेलीकॉम नेटवर्क पर डिपेंड

स्मार्ट मीटर काफी हद तक टेलीकॉम नेटवर्क पर निर्भर रहते है। स्मार्ट मीटर में भी सेलफोन की तरह सिम लगे हैं। केस्को ने स्मार्ट मीटर के लिए एक टेलीकॉम कम्पनी से टाईअप भी किया हुआ है। इसी टेलीकॉम कम्पनी के सिम स्मार्ट मीटर में लगे हुए हैं। ये आसपास के मोबाइल टावर्स के माध्यम से सिग्नल रिसीव करते हैं। इन्हीं टॉवर्स के जरिए स्मार्ट मीटर्स की एक्सेस केस्को मुख्यालय स्थित सर्वर तक हैं।

जूझ रहे नेटवर्क प्रॉब्लम से

ये स्मार्ट मीटर नेटवर्क प्रॉब्लम से जूझ रहे हैं। दरअसल नवाबगंज, बिजलीघर परेड, जरीबचौकी, आलूमंडी आदि डिवीजन में टेलीकॉम नेटवर्क की प्रॉब्लम है। यह समस्या केवल सकरी गलियों और घनी आबादी वाले मोहल्लों में ही नहीं बल्कि पॉश एरिया में स्थित अपार्टमेंट में भी है। खासतौर पर उन अपार्टमेंट्स में अधिक हैं, जहां स्मार्ट मीटर बेसमेंट में लगे हुए हैं। इसी वजह से रिचार्ज कराने के बाद भी स्मार्ट मीटर से बिजली न मिलने की शिकायतें लोग कर रहे हैं। लगातार शिकायतों के बाद केस्को और स्मार्ट मीटर लगा रही कम्पनी की टीम कुछ अलर्ट हुई।

एंटीना, बूस्टर भी बेकार

कंपनी ने अपार्टमेंट और घनी आबादी वाले कई मोहल्लों में बूस्टर और स्मार्ट मीटर में एंटीना आदि लगाए हैं। पर समस्या ये है कि इन बूस्टर का कवरेज एरिया 200 मीटर और एंटीना केवल एक मीटर को ही कवर कर पा रहा है। जिससे समस्या हल नहीं हो पा रही है। स्मार्ट मीटर डिसकनेक्शन के बाद कंज्यूमर के रिचार्ज कराने के बावजूद घंटों रीकनेक्शन नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। केस्को ऑफिसर सीएसबी अंबेडकर ने बताया कि ईईएसएल और टेलीकॉम कम्पनी के जरिए यह समस्या हल कराई जा रही है।