कानपुर (ब्यरो)। सिटी में तैराकों के द्रोणाचार्य 74 वर्षीय प्रकाश अवस्थी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उम्र किसी मंजिल के आड़े नहीं आती है। उम्र को इस पड़ाव पर भी खेल के प्रति जुनून और प्रैक्टिस से एक बार फिर अपना दबदबा कायम किया। कर्नाटक में संपन्न हुई 19वीं राष्ट्रीय मास्टर तैराकी प्रतियोगिता में दिग्गज मास्टर तैराक प्रकाश अवस्थी ने एक दो बार नहीं, बल्कि लगातार 19वीं बार राष्ट्रीय पदक अपने नाम किया। उप्र की टीम से खेलते हुए प्रकाश अवस्थी ने एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीतकर सिटी का नाम रोशन किया। कंप्टीशन में उप्र के प्लेयर्स ने दो गोल्ड, चार रजत और नौ कांस्य पदक अपनी झोली में डाले।

800 मास्टर तैराकों ने कंप्टीशन में लिया हिस्सा
हरवंश मोहाल निवासी इंटरनेशनल मास्टर तैराक प्रकाश अवस्थी ने बताया कि कंप्टीशन में देश के विभिन्न राज्यों से करीब 800 मास्टर तैराकों के साथ उप्र के 22 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसमें कुशीनगर के सत्य प्रकाश यादव ने एक गोल्ड और एक रजत जीता। वहीं, प्रयागराज की मोनिका निषाद ने दो रजत और एक कांस्य, गौतमबुद्ध नगर की प्रेरणा चौहान ने दो कांस्य, अयोध्या के अविनाश ने एक रजत और दो कांस्य तथा गौतमबुद्ध नगर के आयुष ने विभिन्न स्पर्धा में तीन कांस्य पदक झटके। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में सिटी की रंजन सफ्फड़, अमित यादव ने भी शानदार प्रदर्शन किया।

पानी पर खड़ा किया कामयाबी का महल
मास्टर तैराक प्रकाश अवस्थी के साथ उनके बेटे विकास और पौत्र राघव और विनायक वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में पदक जीत रहे हैं। अकेले प्रकाश अवस्थी के नाम ही 100 से ज्यादा प्रतियोगिता में पदक है। वे आज भी युवा खिलाडिय़ों को तैराकी का प्रशिक्षण देकर निपुण बना रहे हैं।