पिछले हफ्ते 43 साल के फ्रिसो ऑस्ट्रिया के लेह में स्कींईग कर रहे थे जब एक बर्फीले तूफान से उनका सामना हुआ। फ्रिसो 15 मिनट तक बर्फ में दबे रहे और फिर उन्हें बर्फ से निकाला जा सका।

फ्रिसो को दुघटना में गंभीर चोटें आई और उन्हें इंसब्रक में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। राजकुमार फ्रिसो नीदरलैंड की महारानी बेट्रिक्स के दूसरे बेटे हैं।

लेकिन राजकुमार फ्रिसो राजगद्दी हासिल करने के कतार में नहीं हैं क्योंकि 2004 में मानवाधिकार कार्यकर्ता मैबेल वीज़ स्मिट से शादी करके उन्होंने ये अधिकार खो दिया था। इस शादी के लिए उन्होंने सरकार से अनुमति नहीं ली थी।

हादसा

फ्रिसो ओर मैबेल की दो बेटियां हैं। राजघराने के कई सदस्य राजकुमार फ्रिसो के साथ छुट्टी पर थे जब ये हादसा हुआ। राजकुमार लगभग 30 मीटर गुणा 40 मीटर आकार के बर्फीली चट्टान के नीचे दबे थे।

वो इस तरह के हादसों से बचने के लिए एक खास बीपर पहने हुए थी जिसकी मदद से बचावकर्मी उन्हें जल्दी ढूंढने में कामयाब रहे। महारानी बेट्रिक्स, फ्रिसो की पत्नी राजकुमारी मैबेल और उनके भाई उन्हें देखने अस्पताल आए हैं।

दिल का दौरा

एमआरआई स्कैन में पता चला है कि उनके मष्तिष्क में गहरी चोट आई है। इंसब्रक के अस्पताल के डॉक्टर वुल्फगैंग कौलर ने बताया कि अगले हफ्ते उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा लेकिन वो शायद कभी नहीं जाग सकेंगे।

उन्होंने कहा, "हम आज ये पूरे विश्वास के साथ नहीं कह सकते कि वो एक दिन होश में फिर आ जाएंगे। वैसे उनके तंत्रिका तंत्र संबंधी इलाज में महीनों लगेंगे."

डॉक्टर ने बताया कि ज्यादा समय तक बर्फ के नीचे दबे रहने की वजह से उनके दिमाग को ऑक्सीजन नहीं मिली जिससे उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उनकी घड़कने लौटाने में 50 मिनट लगे जो डॉक्टरों के मुताबिक बहुत लंबा समय है।

ऑस्ट्रिया के एल्प्स की पहाडियों पर इस साल कई बार बर्फीली तूफानों के चपेट में आया है। नीदरलैंड राजघराने के सदस्य इन पहाडों पर अक्सर छुट्टी मनाने आते हैं

International News inextlive from World News Desk