जगह : बिरहाना रोड

माल रोड की तरफ से मार्केट के अंदर एंट्री करते ही फुटपाथ दिखना बंद हो गया। फुटपाथ पर दुकान वालों ने कब्जा करके अपना सामान रखा हुआ था। थोड़ा आगे बढऩे पर फुटपाथ पर ही चाय की दुकान लगी हुई थी। भीड़ भाड़ वाली इस मार्केट में फुटपाथ गायब होने के साथ ही रोड पर अवैध रूप से गाडिय़ों की पार्किंग थी। मार्केट में शॉपिंग करने आए लोग मजबूरी में मेन रोड पर चल रहे थे। कुछ दूरी पर ही एक दुकानदार ने कॉर्नर की दुकान होने का पूरा फायदा उठा रखा था। दुकानदार ने कार्नर से ही पूरे फुटपाथ पर कब्जा करके दुकान का स्टॉल लगा रखा था।

जगह : नवीन मार्केट

सिटी की पॉश नवीन मार्केट में तो फुटपाथ का और भी बुरा हाल था। यहां शॉपिंग करने के लिए आने वाले लोगों के लिए फुटपाथ तक पहुंचना किसी जंग लडऩे से कम नहीं था। मार्केट की पूरी रोड पर गलत तरीके से फोर और टू व्हीलर्स की पार्किंग थी। फुटपाथ पर छोटी दुकानों से लेकर बड़े शोरूम वालों ने कब्जा कर रखा था। एक शोरूम मालिक ने फुटपाथ पर ही कब्जा करके ओपन शोरूम बना रखा था। फुटपाथ पर कुर्सी और टेबल का सेट रखा हुआ था।

जगह : परेड

बड़ा चौराहे से परेड की तरफ बढ़ते ही उर्सला हॉस्पिटल से लगे हुए फुटपाथ पर मार्केट लगी हुई थी। हैरानी की बात ये है कि ये मार्केट एक-दो दिन के लिए लगने वाली नहीं बल्कि परमानेंट मार्केट है। उर्सला हॉस्पिटल से आईएमए हॉल तक फुटपाथ पर कब्जा था।

जगह : मेस्टन रोड

आईएमए हॉल के बैक साइड से मेस्टन रोड की तरफ जाने वाली रोड पर फुटपाथ पूरी तरह से गायब था। फुटपाथ की जगह पर फोर व्हीलर्स का पार्किंग एरिया बना दिया गया है। जबकि कुछ लोगों ने फुटपाथ की जगह पर कब्जा करके पूरी-की पूरी दुकान बना रखी थी। थोड़ा आगे बढऩे पर मेन मेस्टन रोड मार्केट में फुटपाथ पर ही दुकानों को आगे तक बढ़ाया हुआ था। फुटपाथ पर दुकानों का सामान इस कदर रखा हुआ था कि कोई भी पैदल यात्री वहां से नहीं निकल सकता था।

पुरानों से कब्जा नहीं हटा, नए बनाने में जुटे

पुराने फुटपाथों से कब्जे हटवाने में नाकाम नगर निगम नए फुटपाथ बनाने में जुट गया है। मेस्टन रोड सहित कई पॉश मार्केट और रेजीडेंशियल एरियाज में रोड के किनारे फुटपाथ टायल्स लगाने का काम तेजी से चल रहा है। लेकिन रोड पर बन रहे इन फुटपाथ पर गाडिय़ों की पार्किंग की जा रही है। मेस्टन रोड पर कुछ हिस्से में बने फुटपाथ पर तो लाइन से गाडिय़ां खड़ी रहती हैं।

वर्जन

ज्यादातर जगहों पर फुटपाथ पर कब्जा रहता है। पैदल चलने वालों को प्रॉब्लम होती है। इसके अलावा मार्केट में दुकान वालों की भी परेशानी बढ़ जाती है। फुटपाथ पर गाडिय़ों की अवैध पार्किंग कर दी जाती है। और नगर निगम दुकानदारों का चालान कर देती है। जबकि दुकानदार की कोई गलती भी नहीं होती है।

सूरज,बिजनेसमैन, बिरहाना रोड

शहर की सडक़ों पर फुटपाथ तो नजर ही नहीं आते हैं। फुटपाथ पर गाडिय़ों की पार्किंग होती है या फिर दुकानें सजी होती हैं। ऐसा होने पर मजबूरी में ही रोड पर पैदल चलना पड़ता है।

अजय शर्मा, बिजनेसमैन, बिरहाना रोड

फुटपाथ गायब होने की वजह से सबसे बड़ी प्रॉब्लम शॉपिंग करने के दौरान आती है। फैमिली के साथ शॉपिंग करते वक्त पैदल चलने के लिए फुटपाथ मिलता ही नहीं है। ऐसे में फैमिली वालों के साथ रोड पर ही गाडिय़ों से बचते-बचाते चलना पड़ता है।

फैजान, बिजनेसमैन, नवीन मार्केट

मुझे फुटपाथ की जरूरत उस वक्त महसूस हुई थी, जब शॉपिंग के दौरान मुझे मजबूर होकर रोड पर चलना पड़ता था और एक तेज रफ्तार बाइक वाले ने पीछे से टक्कर मार दी थी। हालांकि हादसे में मुझे गंभीर चोट नहीं आई थी लेकिन अगर फुटपाथ होता तो शायद ये हादसा भी नहीं होता।

हसन, बिजनेसमैन, नवीन मार्केट

शहर में कई मेन रोड पर भी फुटपाथ नजर नहीं आता है। जहां से हर वक्त तेज रफ्तार वाहन निकलते रहते हैं। मजबूरी में पैदल यात्रियों को रोड पर जान जोखिम में डालकर चलना पड़ता है।

अकील, बिजनेसमैन नवीन मार्केट