कानपुर (ब्यूरो)। आईआईटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफेसर समीर खांडेकर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह संस्थान में एलुमिनाई मीट के अवसर लेक्चर देते हुए स्वास्थ्य के विषय में बोल रहे थे तभी उनको अटैक आया। आईआईटी से उनको कार्डियोलॉजी लेकर आया गया जहां उनको डेथ डिक्लेयर किया गया। वह इस समय डीन स्टूडेंट वेलफेयर के पद पर भी काम देख रहे थे। 55 साल के प्रो। समीर खांडेकर के परिवार में मां पिता के अलावा पत्नी प्रघन्या खांडेकर और बेटा प्रवाह खांडेकर हैैं। प्रवाह इस समय कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से स्टडी कर रहे हैैं।

प्रो। खांडेकर का जन्म 1971 को जबलपुर में हुआ था। 2000 में आईआईटी से बीटेक और 2004 में जर्मनी से पीएचडी करने के बाद उन्होंने आईआईटी में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर ज्वाइन किया था। इनको पदमश्री अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इन्होंने प्रो। एचसी वर्मा के शिक्षा सोपान आश्रम के लिए विशेष योगदान दिया है।

आज होगा अंतिम संस्कार
प्रो समीर खांडेकर का अंतिम संस्कार संडे को किया जाएगा। इससे पहले सुबह साढ़े आठ बजे से साढ़े 10 बजे तक उनके शव को आईआईटी कैंपस में रहने वालों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। सुबह साढ़े 10 बजे से साढ़े 11 बजे तक केवल परिवार के सदस्य ही अपनी श्रद्धांजलि दे सकेंगे। इसके बाद एक बजे से श्मशान घाट के लिए शवयात्रा रवाना होगी।

हार्टअटैक के कारण पता लगाकर साल्यूशन तलाशने में जुटे आईआईटियंस
प्रो। समीर खांडेकर की मंच पर बोलते हुए हार्टअटैक से हुई डेथ के बाद आईआईटी के साइंटिस्ट अचानक होने वाले हार्ट अटैक की वजह जानने में जुटे हैं। आईआईटी के गंगवाल स्कूल आफ मेडिकल साइसेंज एंड टेक्नोलाजी की एक टीम देश के विभिन्न अस्पतालों के चिकित्सकों के साथ मिलकर हृदयाघात के कारण और निवारण की दिशा में काम कर रही है। आईआईटी के एक्स डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर के कार्यकाल में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है। इसके तहत आईआईटी इंजीनियरों की एक टीम तैयार की गई है जो देश और विदेश के बड़े हृदयरोग संस्थान के चिकित्सकों के साथ काम करेगी।