कानपुर (ब्यूरो)। सराफा और रियल एस्टेट कारोबारियों पर थर्सडे से चल रही इनकम टैक्स रेड 6 दिन बाद ट्यूजडे को खत्म हो गई। रेड के दौरान ऑफिसर्स को 200 करोड़ रुपए की अघोषित इनकम का पता चला है। इसमें सबसे ज्यादा वित्तीय अनियमितताएं, बिरहाना रोड की राधामोहन ज्वैल्स एंड लिमिटेड में मिली हैं। ऑफिसर्स ने 26 करोड़ रुपये के जेवर व नकदी भी सीज की है। इसके अलावा पहले से बुक किए गए सोने के जेवरों की बिक्री दिखाकर करीब 70 करोड़ रुपए का नुकसान भी कारोबारियों ने दिखाया है जिसे अपने लाभ से कम कर लिया गया। विभाग जरूरी ने जांच से जुड़े जरूरी दस्तावेजों को कमरों में सील कर दिया है। इनकी जांच अगले छह माह में जरूरत पडऩे पर कभी भी की जा सकती है।

सुबह खत्म हुई कार्रवाई
थर्सडे को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बिरहाना रोड स्थित राधामोहन ज्वैल्स एंड लिमिटेड, चौक के राधामोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स, नयागंज की मोनिका ज्वैलरी, द्वारिका प्रसाद महादेव प्रसाद ज्वैलर्स और एमराल्ड गार्डन हाउङ्क्षसग के प्रमोटर के यहां छापे मारे थे। मंगलवार सुबह छापे की कार्रवाई पूरी तरह खत्म हो गई। ऑफिसर्स ने 17 करोड़ रुपये की नकदी और नौ करोड़ रुपये की ज्वेलरी जेवर सीज किए हैं। सराफा कारोबारी इनके कोई भी कागजात नहीं दिखा सके। ऑफिसर्स के मुताबिक अभी 200 करोड़ रुपये की अघोषित आय पकड़ी गई है। कागजों की जांच के बाद अघोषित आय की राशि और बढ़ सकती है।

फर्जी बिलों पर दिखाई खरीददारी
इसके साथ ही फर्जी बिलों पर 270 करोड़ रुपये की सोने की खरीदारी भी दिखाई गई है। साथ ही बिना बिक्री के ही पर्चों को जारी किया गया। इसमें विभाग ने अगले चार विक्रेताओं तक की जांच की, जिसमें पाया गया कि कारोबारियों ने माल बेचा ही नहीं था। उनमें कई बहुत ही कमजोर आर्थिक स्थिति के लोग शामिल थे। तीन-चार बिल काटने के बाद माल वापस खरीदना दिखा दिया गया था। साथ ही कोलकाता से लगातार सोना आ रहा था। 50 लाख के आसपास के काफी बिल काटे गए। बिरहाना रोड के कारोबारी ने अपना करीब 70 करोड़ रुपये का कृत्रिम घाटा भी दिखाया। इसमें कारोबारी ने बताया कि उसने पहले से बुक जेवर को पुराने रेट पर बेचा। इस घाटे को दिखाकर उन्होंने लाभ से उसे कम कर दिया। इन कारोबारियों से लेनदेन करने वाले अन्य लोगों को भी नोटिस जारी की जा रही हैं।