कानपुर (ब्यूरो)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब देश-विदेश से भक्त आना शुरू हो जाएंगे। भक्तों को अयोध्या पहुंचने में किसी प्रकार की समस्या न हो। इसके लिए आरपीएफ ने भी अपनी कमर कस ली है। प्रयागराज डिवीजन के आरपीएफ कमांडेंट ने राम भक्तों की मदद करने के लिए कानपुर समेत डिवीजन के सभी स्टेशनों में एक स्पेशल टीम तैनात करने का फैसला लिया है। जोकि राम भक्तों का मार्गदर्शन कर उनको ट्रांसपोर्ट समेत अन्य सही जानकारी उपलब्ध कराएंगे। इससे राम भक्तों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी।


लैंग्वेज प्राब्लम नहीं बनेगी समस्या
अयोध्या में प्रभु राम के दर्शन करने के लिए तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक समेत साउथ इंडिया से भी लाखों भक्त के आने की संभावना है। इन राम भक्तों को ट्रेन के माध्यम से अयोध्या तक पहुंचने में किसी प्रकार की समस्या होने पर लैंग्वेज प्राब्लम न हो। इसके लिए कंट्रोल ऑफिस में एक एक्सपर्ट भी तैनात किया जाएगा। जिससे प्रयागराज डिवीजन में साउथ इंडिया से आने वाले भक्तों को किसी स्टेशन या ट्रेन में कोई समस्या होती है तो आरपीएफ का स्टाफ अपने फोन से एक्सपर्ट से बात करा उसकी समस्या को जान सकेगा।


चार सदस्यीय टीमों को
आरपीएफ आफिसर्स के मुताबिक कानपुर समेत सभी स्टेशनों पर चार सदस्यीय टीम को राम भक्तों के सारथी के रूप में तैनात किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फरवरी से दिसंबर तक अयोध्या में प्रभु राम के दर्शन को पूरे देश और विदशों से भी भक्तों के आने की संभावना है। जिसके चलते यह टीम दिसंबर तक प्लेटफार्म पर मेरी सहेली समेत अन्य हेल्प डेस्क में तैनात रहेगी। जिससे अधिक से अधिक राम भक्तों की आरपीएफ मदद कर सके।


महिलाओं के लिए मेरी सहेली
आरपीएफ कमांडेंट विजय कुमार पंडित ने बताया कि कानपुर स्टेशन समेत डिवीजन के सभी स्टेशनों में आरपीएफ की मेरी सहेली डेस्क बनी हुई है। जहां महिला पैसेंजर्स किसी प्रकार की भी हेल्प वहां मौजूद लेडी कांस्टेबल से मांग सकती हैं। उनकी विभिन्न समस्याओं का समाधान तत्काल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेरी सहेली हेल्प डेस्क में 24 घंटे दो लेडी कांस्टेबल की तैनाती होती है।