एक्सक्लूसिव

- पेपरलेस वर्क को बढ़ावा देने के लिए प्रवर्तन एआरटीओ को लखनऊ में दी जा रही ट्रेनिंग

- ऑनस्पॉट चालान कर रशीद देने के लिए मुख्यालय से दिए गए आई पैड व मिनी प्रिंटर

KANPUR। आरटीओ डिपार्टमेंट ने पेपर लेस वर्क कल्चर को बढ़ावा देने के लिए अब ई-चालान करने का निर्णय लिया है। इसके लिए लखनऊ मुख्यालय में प्रवर्तन एआरटीओ को ई-चालान की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। कानपुर एआरटीओ 'प्रशासनिक' प्रभात पांडेय ने बताया कि उड़नदस्ता टीम को ई-चालान करने के लिए मुख्यालय से आई पैड व मिनी प्रिंटर दिए गए हैं। जिससे टीम स्पॉट पर ही ऑनलाइन वाहन का ई-चालान कर चालक को रशीद दे सके। इसके साथ ही प्रवर्तन एआरटीओ ई-चालान में ट्रांसपेरेंसी लाने के लिए वाहन की फोटो खींचकर मुख्यालय की वेबसाइट पर भेजेंगे।

इन्होंने ली ट्रेनिंग

एआरटीओ प्रभात पांडेय के मुताबिक, दो दिन पूर्व लखनऊ मुख्यालय में कानपुर समेत अन्य जिलों के प्रवर्तन एआरटीओ को ई-चालान करने का प्रशिक्षण दिया गया था। जिसमें कानपुर आरटीओ से प्रवर्तन विभाग के चारो एआरटीओ सुरेश कुमार शर्मा, पीके सिंह, मनोज कुमार वर्मा व सियाराम वर्मा ने प्रशिक्षण लिया। ई-चालान से जुड़ी विभिन्न जानकारी टीम को दी गई।

10 प्रतिशत ई-चालान का टारगेट

एआरटीओ 'प्रशासनिक' प्रभात पांडेय ने बताया कि प्रथम चरण में मुख्यालय ने प्रवर्तन एआरटीओ को होने वाले चालान के आंकड़ों का दस प्रतिशत ई-चालान करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि यह टारगेट समय के अनुसार बढ़ता जाएगा। टीम के ई-चालान सिस्टम में परफेक्ट हो जाने के बाद मैनुअल चालान को पूर्ण रूप से समाप्त कर दिया जाएगा।

एक क्लिक पूरी डिटेल

अधिकारियों के मुताबिक मैनुअल चालान में कभी-कभी वाहन मालिक चालान करने वाली टीम पर बिना गलती के चालान करने का आरोप लगाते हैं। ई-चालान से यह समस्या खत्म हो जाएगी। प्रवर्तन दल के एक क्लिक करने पर वाहन की पूरी डिटेल एआरटीओ के सामने होगी। इसके साथ ही प्रवर्तन एआरटीओ मौके पर वाहन का फोटो खींच कर मुख्यालय को भेज देंगे। इससे वाहन मालिक बाद में टीम पर आरोप नहीं लगा सकेगा।

कोट

विभाग को पेपर लेस व आरटीओ द्वारा किए गए चालान में पारदर्शिता लाने के लिए ई-चालान करने का निर्णय लिया गया है।

प्रभात पांडेय एआरटीओ 'प्रशासनिक'