सचिन तेंदुलकर भले ही छह रन से महाशतक से चूक गए लेकिन 94 रन पर आउट होने के कारण उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बार नर्वस नाइंटीज का शिकार बनने का रिकार्ड संयुक्त रूप से अपने नाम कर दिया।

जब ऐसा लग रहा था कि तेंदुलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा करने में सफल रहेंगे तब रवि रामपाल की गेंद पर उन्होंने दूसरी स्लिप में खड़े डेरेन सैमी को कैच थमा दिया। यह टेस्ट मैचों में दसवां अवसर है जबकि तेंदुलकर 90 रन के पार पहुंचने और शतक पूरा करने से पहले आउट हुए। इस तरह से उन्होंने आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वा और अपने भारतीय साथी राहुल द्रविड़ की बराबरी की।

 तेंदुलकर वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 28 बार नर्वस नाइंटीज के शिकार बने हैं। वह एकदिवसीय मैचों में 18 बार 90 रन के पार पहुंचने के बावजूद शतक पूरा नहीं कर पाए हैं। इनमें से एक अवसर ( श्रीलंका के खिलाफ 2009 में कटक में ) पर वह 96 रन बनाकर नाबाद रहे थे। उनके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक बार 90 और 99 के बीच आउट होने वाले बल्लेबाजों में द्रविड़ (14 ), जाक कैलिस और रिकी पोंटिंग (दोनों  13 ) तथा इंजमाम उल हक ( 12 ) का नंबर आता है।

 यह स्टार बल्लेबाज 2007 में एकदिवसीय मैचों में छह बार नर्वस नाइंटीज का शिकार बना था। तब वह तीन अवसरों पर तो 99 रन पर आउट हुए थे। टेस्ट क्रिकेट में 2011 पहला वर्ष है जबकि वह 90 के पार पहुंचने पर भी शतक पूरा नहीं कर पाए। मुंबई से पहले इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट मैच में वह 91 रन बनाकर आउट हो गए थे।

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