कानपुर(ब्यूरो)। सोशल मीडिया पर एसडीएम मौर्या मामला चर्चा बना है। इस पर कई रील व जोक्स में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसी बीच एसडीएम मौर्या एपीसोड टू ने लोगों को चौंका दिया। मामला कानपुर देहात के मैथा गांव का है। यहां रहने वाले युवक ने अपनी नौकरीपेशा पत्नी पर आरोप लगाया है कि उसकी पढ़ाई के लिए उसने न केवल कर्ज लिया बल्कि जमीन भी बेच दी। पढ़ा लिखा कर नर्स बनाया और जॉब भी लग गई। अब पत्नी यह कहकर उससे दूरी बना रही है कि वह उसकी बराबरी का नहीं है। काला होने के चलते उसे यह दंश झेलना पड़ रहा है। वहीं पत्नी ने पति के लगाए सारे आरोपों को गलत बताया है।

एक दूसरे के खिलाफ की शिकायत
कानपुर देहात के तहसील मैथा क्षेत्र के रविन्द्र पुरम गांव में रहने वाले युवक ने फ्राईडे को पत्नी के खिलाफ पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने दोनों को थाने पर बुलाया था। वहीं सैटरडे को पत्नी पति की शिकायत करने पहुंच गई। पत्नी ने पति पर मारपीट और जॉब न करने के आरोप लगाए हैं। रसूलाबाद थाना प्रभारी के अनुसार कपल को थाने में बुलाकर दोनों की बात को सुनी गई और उनके बीच के मनमुटाव का खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है।

कर्ज लेकर नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन
पति ने बताया कि उसकी मैरिज वर्ष 2017 में हुई थी। उसकी पत्नी बस्ती की रहने वाली थी। मैरिज के 6 महीने उसकी पत्नी ने पढऩे की इच्छा जाहिर की। पत्नी को नर्सिंग की पढ़ाई कराने के लिए कई लोगों से कर्ज लिया। अपनी जमीन भी बेच दी। उसके बाद कानपुर के मंधना में बने रामा कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल साइंस में पत्नी का एडमिशन कराया।

दिल्ली में लगी थी जॉब
वहां पढ़ाई के बाद करीब 2 साल पहले पत्नी की जॉब दिल्ली में लग गई। पत्नी की जॉब लगने से फैमिली मेंबर्स बहुत खुश हुए। पति का कहना है कि घर में मेरी मां भी बहुत खुश थी। पत्नी को मैं खुद दिल्ली छोडक़र आया। सब कुछ अच्छा चल रहा था। पत्नी भी बीच बीच में मुझसे मिलने आया करती थी। 7-8 महीने दिल्ली में नौकरी करने के बाद मेरी पत्नी का ट्रांसफर रसुलल्ला हेल्थ सेंटर में हो गया।

एक साल से तोड़ दिया संबंध
पति का आरोप है कि रसुलल्लाबाद जाने से पहले मेरी वाइफ बस एक बार घर आई थी। उसको रसुलल्लाबाद में जॉब करते एक साल हो गए हैं, लेकिन आज तक वह घर नहीं लौटी। उसने मुझसे बात करना भी बंद कर दिया। वह मुझसे कोई मतलब नहीं रखती। न कभी मिलने आती और न ही कभी मेरी खबर लेती। यहां मैं उसकी वजह से उधार लिए पैसे चुका रहा हूं और वो मुझसे बात करना पसंद नहीं करती है। उसका कहना है कि तुम मेरी बराबरी के नहीं हो।

तुम काले व बेरोजगार हो
तुम काले हो और कोई नौकरी भी नहीं करते। तुम्हारी मेरी कोई बराबरी नहीं है। तुम अब मुझको तलाक दे दो नहीं तो तुम्हारे साथ ठीक नहीं होगा। पति का कहना है कि उसकी पत्नी लगातार तलाक देने का दबाव बना रही है। वहीं नर्स पत्नी का कहना है कि उसके पति के सभी आरोप गलत हैं। एक साल में कितनी फीस लगा दी उन्होंने जो ऐसी बात बोल रहे हैं। कहने को तो वह कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन ये बातें सच नहीं हैं। वह कम पढ़ें लिखे हैं और नौकरी भी नहीं करते हैं। मैं जब नौकरी करने के लिए कहती हूं तो मुझे मारते हैं, गाली देते हैं। इसी वजह से मैं उनसे कम बात करती हूं और मिलती भी नहीं हूं क्योंकि जब मिलते हैं, तब मारपीट करते हैं और उनकी मां भी उनको नहीं रोकती है।