कानपुर (ब्यूरो) केडीए के ओएसडी अवनीश सिंह ने बताया कि भवन संख्या 90/208 का निर्माण सूफियान बेग ने कराया था। कई बार नोटिस देने के बाद अवैध निर्माण जारी था। वहीं, भवन संख्या 93/195 का निर्माण राशिद सिद्दीकी करा रहा था। केडीए ने दोनों बिल्डिंग को भारी फोर्स की मौजूदगी में सील कर दिया गया है।

हयात जफर को बिल्डर कर रहे थे फंडिंग
पुलिस के मुताबिक, कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को शहर के 8 बिल्डर फंडिंग कर रहे थे। बदले में बिल्डरों को हयात जफर हाशमी का सपोर्ट मिलता था। इस गठजोड़ के चलते मुस्लिम इलाके में अवैध इमारतें खड़ी हो गईं। उनकी कुल संख्या अभी तक जांच का हिस्सा हैं।

3 बिल्डिंग हो चुकी सील
इससे पहले केडीए जाजमऊ वाजिदपुर चकेरी में जीवन बीमा अस्पताल के सामने पर हाजी वसी और शबी निर्माण करवा रहे थे। करीब 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में भूतल पर स्लैब डालकर इमारत बनाई जा रही थी। यहां नक्शा पास नहीं था। बेकनगंज के विश्वनाथ खत्री का हाता परेड में मकान नंबर 95/95 को सलीम उर्फ जानी वाकर ने बनवाया। यहां भी नक्शा नहीं पास कराया गया था। चमनगंज में मकान संख्या 88/521 पर एसएच मलिक ने 150 वर्गमीटर पर बिना मानचित्र पास कराए निर्माण कराया गया था। इसी तरह मंडे को केडीए ने स्वरूप नगर में संजीव अग्र्रवाल के अवैध निर्माण को सील किया गया। इसी तरह स्वरूप नगर में ही मैप पास कराए बनाई जा रही कमल रहेजा और सीमा जैन के अवैध निर्माण को भी सील किया।