- सीएसजेएम यूनिवर्सिटी की 60 फीसदी से ज्यादा सीटों पर नहीं हुए एडमिशन

- टेक्निकल एजूकेशन के दौर में बीए, बीएससी, बीकॉम से छात्रों का मोह भंग

- हालात देखकर कार्य परिषद ने नए कॉलेजों के एफिलिएशन पर लगाई रोक

KANPUR: टेक्निकल और प्रोफेशनल एजूकेशन के दौर में सिम्पल ग्रेजुएशन यानि बीए, बीएससी और बीकॉम से छात्रों का मोह पूरी तरह भंग होता जा रहा है। यह हम नहीं बल्कि एडमिशन के बाद यूनिवर्सिटी के कॉलेजों की खाली पड़ी सीटों का आंकड़ा बता रहा है। 60 परसेंट से ज्यादा सीटें इस बार खाली रह गई हैं। फ‌र्स्ट इयर में 8 लाख छात्रों के प्रवेश क्षमता वाली यूनिवसिर्टी में सिर्फ तीन लाख 16 हजार एडमिशन हुए हैं। जबकि लगभग चार लाख 70 हजार सीटें खाली पड़ी हैं। कई कॉलेजों में ताला लगने की नौबत है। इसी वजह से यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद ने अब नये कॉलेजों को एफिलिएशन देने से इंकार कर दिया है। दिसंबर 2015 के बाद के किसी भी आवेदन पर विचार नहीं किया गया है।

चंद को छोड़ बाकी हालत खस्ता

कानपुर सिटी के कुछ प्रॉमिनेंट डिग्री कॉलेज पीपीएन, बीएनडी, क्राइस्टचर्च और वीएसएसडी कॉलेज को छोड़कर ज्यादातर डिग्री कॉलेजों में यूजी की सीटें खाली रह गई हैं। हालांकि डीबीएस कॉलेज में सीटें भी दो हजार से ज्यादा हैं। बीए व बीएससी में इस कॉलेज में 2280 सीटों पर स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाता है। यहां भी इस बार करीब 50 परसेंट सीटें खाली पड़ी हुई हैं। कुछ ऐसी हालत डीएवी कॉलेज की भी है। सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में कुछ की हालत ठीक तो कुछ की खराब है। कई जगह दहाई अंक तक एडमिशन की संख्या नहीं पहुंची है।

1100 कॉलेज चल रहे

छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी की दायरा करीब 11 जिलों तक फैला है। जहां पर करीब 1100 डिग्री कॉलेज चल रहे हैं। इन कॉलेजों में करीब सभी संकायों मं 11 लाख छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह कॉलेज फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, रायबरेली में चल रहे हैं। जुलाई में इन कॉलेजों में जो एडमिशन हुए उनकी संख्या पर शुक्रवार को हुई कार्यपरिषद की मीटिंग में चिंता व्यक्त की गई। यही वजह है कि अब नये कॉलेजों को एफिलिएशन देने पर रोक लगा दी गई है।

यूनिवर्सिटी की सीट्स ब्यौरा

बीए 4.60 लाख 1.80 लाख 2.80 लाख

बीएससी 2.80 लाख 1.20 लाख, 1.60 लाख

बीकॉम 41 हजार, 16 हजार 25 हजार

वर्जन

यूजी में न्यू एकेडमिक सेशन में इस बार फ‌र्स्ट इयर में लाखों सीटें खाली रह गई हैं। अब नये कॉलेजों को संबद्ध्ता नहीं दी जाएगी। कार्य परिषद की मीटिंग में इस पर गहन विचार विमर्श किया गया है। अब कुछ लीक से हटकर सोचना होगा।

सय्यद वकार हुसैन, रजिस्ट्रार सीएसजेएमयू

फैक्ट फाइल

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11 जिलों तक फैली है यूनिवर्सिटी

1100 कॉलेज चल रहे

11 लाख स्टूडेंट्स ले रहे शिक्षा

8 लाख सीटें है यूजी में

3.16 लाख सीटों पर एडमिशन

4.65 लाख सीटें पड़ी हैं खाली