कानपुर (ब्यूरो)। बर्रा विश्व बैैंक आई ब्लॉक के रहने वाले छह दोस्त सैटरडे को रामलला के दर्शन करने के लिए अयोध्या गए थे। दर्शन के बाद संडे मॉर्निंग सभी सरयू नदी में स्नान करने पहुंचे थे। स्नान के दौरान एक स्टूडेंट का पैर फिसलने से वह डूबने लगा। साथी को डूबता देख एक के बाद एक दो स्टूडेंट ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह भी नदी के तेज बहाव में लापता हो गए। अन्य स्टूडेंट्स ने शोर मचाया तो घाट पर मौजूद लोगों ने उन्हें तो बाहर निकाल लिया लेकिन काफी प्रयास के बाद तीनों छात्रों को नहीं बचाया जा सका। सूचना पर पहुंची पुलिस और गोताखोर की टीम ने नदी से जब तक तीनों छात्रों को निकाला उनकी सांसें थम चुकी थीं। हादसे की सूचना जैसे ही उनके घर पहुंची तो कोहराम मच गया। परिजन रो-रो कर बदहवास हो गए।

सैटरडे मार्निंग ट्रेन से हुए थे रवाना
बर्रा विश्व बैैंक स्थित आई ब्लॉक में रहने वाले अतुल सहगल का बेटा कृष्णा (17), ओम प्रकाश चौहान का बेटा प्रियांशु (16), सुरेन्द्र कुमार शर्मा का बेटा अमन (19), ललित नरायण अवस्थी का बेटा हर्षित (17), मोहन मिश्रा का बेटा रवि उर्फ शुभम (19) और विनोद पाल का बेटा तनिष्क (17) सैटरडे मॉर्निंग 9 बजे अपने घर से अयोध्या राम मंदिर में दर्शन करने की बात कहकर ट्रेन से निकले थे। रवि उर्फ शुभम के भाई राजन ने बताया कि सैटरडे नाइट दर्शन करने के बाद सभी दोस्त वहीं धर्मशाला में रुक गए और संडे को सरयू स्नान के बाद घर लौटने को कहा। मॉर्निंग 7.45 बजे रवि ने अपनी मां निभा और भाई राजन से मोबाइल पर बात भी की थी।

रवि का पैर फिसला और
प्रियांशु के भाई सार्थक ने बताया कि अमन और उसके अन्य साथियों से फोन पर हुई बातचीत के दौरान उन लोगों ने बताया कि सरयू में स्नान करते हुए रवि का पैर नदी में फिसल गया और वह गहरे पानी में चल गया। उसके डूबता देख प्रियांशु और हर्षित ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन बचाने में दोनों भी गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। तीनों को डूबता देख बाकी साथी अमन, कृष्णा और तनिष्क ने भी तीनों को बचाने का प्रयास किया। वहां मौजूद लोगों ने बच्चों को डूबता देख पहले अमन, कृष्णा और तनिष्क को पानी से खींच कर बाहर निकाला लेकिन तब तक रवि, हर्षित और प्रियांशु गहरे पानी में समा गए।

पुलिस की मदद से निकाले शव
बताया जा रहा है कि छात्र स्नान घाट में सरयू नदी में नहाने की जगह घूमते हुए कच्चे घाट (श्मशान घाट) की तरह निकल गए थे। वहीं वह नदी में स्नान करने लगे थे। उधर, तीन छात्रों के डूबने की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। जिसके बाद वहां हडक़ंप मच गया। साथियों के नदी में लापता होने से तीन छात्र भी चीखते चिल्लाते हुए बेदम हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम से मदद ली। आधा घंटे की मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाला गया। तीनों को फौरन सरकारी हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

जिसने भी सुना रो पड़ा
सुबह करीब 9.45 बजे अमन ने अपनी मां ऊषा को फोन पर हुए हादसे की सूचना दी। जिसके बाद सभी साथियों के परिवार में उनके मौत की सूचना मिलते ही घरों में कोहराम मच गया। आई ब्लाक मोहल्ले की केवल वह गली नहीं बल्कि आस-पास की गलियों में भी लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सूचना मिलते ही परिवार समेत मोहल्ले के कई लोग चार कारों से अयोध्या के लिए रवाना हो गए। एक ही गली के रहने वाले अगल बगल के तीन छात्रों की मौत की सूचना एरिया में जंगल की आग की तरह फैल गई। रिश्तेदारों के साथ सैकड़ों लोग आई ब्लाक स्थित उनके मोहल्ले में पहुंचने लगे। कई राजनैतिक दल के नेता भी दुखी परिवार को आश्वासन देने के लिए मौके पर पहुंचे।