कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर मेट्रो के डिपो में इसी महीने सोलर पैनल लगाए जाएंगे। सोलर प्लांट से 90 हजार यूनिट प्रति माह पॉवर का जेनरेशन होने की उम्मीद होगी। इससे मेट्रो को करीब एक करोड़ रुपये सालाना की बचत होगी। आने वाले समय में मेट्रो अपने सीएसए और फूलबाग स्थित रिसीङ्क्षवग सब स्टेशनों और सभी एलीवेटेड स्टेशन में सोलर पैनल लगाएगा।
3.83 करोड़ रुपये की लागत से लगेंगे सोलर पैनल
10-10 किलोवाट के सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
19 मेट्रो स्टेशनों की छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
90 हजार यूनिट हर महीने पॉवर का जेनरेशन होगी।
1 करोड़ के करीब सालाना बचत होगी मेट्रो की

20 हजार यूनिट की खपत
मेट्रो के डिपो में प्रति माह एक लाख 20 हजार यूनिट बिजली की खपत होती है। इसके लिए मेट्रो को हर यूनिट पर नौ रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से भुगतान करना होता है। मेट्रो बिजली के इस खर्च को बचाने के लिए प्रयास कर रहा है। उसने डिपो में सोलर पैनल लगाने की योजना बनाई और सोल्यूज एनर्जी को इसका टेंडर मिला। एक मेगावाट के इस सोलर पैनल की लागत 3.83 करोड़ रुपये होगी। इसके जरिए मेट्रो हर माह 8 से 9 लाख रुपये बचाएगा। इस पैनल को लगा रही कंपनी इसके संचालन के साथ पांच वर्ष तक इसकी देखरेख भी करेगी। सीएसए और फूलबाग रिसीङ्क्षवग सब स्टेशन पर 10-10 किलोवाट के सोलर पैनल लगाए जाएंगे।

एलीवेटेड स्टेशन पर भी पैनल
मेट्रो के अभी आईआईटी से लेकर मोतीझील तक नौ एलीवेटेड स्टेशन हैं। इसके बाद बारादेवी से लेकर नौबस्ता तक पांच और एलीवेटेड स्टेशन हो जाएंगे। दूसरी ओर सीएसए से बर्रा आठ के रूट पर पांच एलीवेटेड स्टेशन रहेंगे। इस तरह शहर में 19 मेट्रो स्टेशनों की छत पर भी सोलर पैनल लगाए जाएंगे।