कानपुर (ब्यूरो) उमेश ने बताया कि गार्डों ने फुटेज दिखाने से मना करते हुए कहा कि यहां हर रोज लोग गायब होते हैं। एक दिन का हवन करो पिता वापस आ जाएंगे। दो दिन तक आश्रम समेत आसपास पिता को तलाशते रहे। इसके बाद घर में सूचना भेजकर एक दिन के हवन के लिए 1.50 लाख रुपये की व्यवस्था करने को बोला। जिस पर घर पर भाइयों ने रुपये का इंतजाम कर खाते में भेजे थे। उसने 31 जनवरी को आश्रम में 1.50 लाख जमा करके हवन किया। हवन के दूसरे दिन भी पिता नहीं आये तो बाबा से कहा तो उन्होंने कहा घर जाओ एक सप्ताह में पिता घर पहुंच जाएंगे। वह परिवार समेत घर लौट गए।