आई एक्सक्लसिव

-सीएसजेएमयू हॉस्टल के 6 से ज्यादा स्टूडेंट्स हाई फीवर के बाद घर गए

-यूनिवर्सिटी के पास फॉगिंग का कोई अरेंजमेंट नहीं, नगर निगम का ही सहारा

KANPUR : सिटी में लगातार एडीज मच्छर ने आतंक मचाया हुआ है, इसका हमला भी लगातार जारी है। हाल ही में आइआइटी का एक स्टूडेंट भी डेंगू की चपेट में आ गया है, जिसका ट्रीटमेंट सिटी के प्राइवेट नर्सिग होम में चल रहा है। वहीं छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी कैंपस में मच्छरों का जबरदस्त आतंक है। इसी आतंक की वजह से एक हॉस्टल के करीब 6 स्टूडेंट हाई फीवर की चपेट में आ गए और तीन चार दिन में हालत में सुधार न होने पर वह अपने घर चले गए। यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास हॉस्टल में फॉगिंग के भी कोई खास अरेंजमेंट नहीं है।

हॉस्टल छोड़ रहे स्टूडेंट्स

छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी कैंपस हॉस्टल में करीब 1500 स्टूडेंट के रहने का अरेंजमेंट है, जिसमें कि एक ग‌र्ल्स हॉस्टल में करीब 500 ग‌र्ल्स के रहने की व्यवस्था है। यूनिवर्सिटी कैंपस में ग्रीनरी होने के साथ-साथ नाला भी बहता है। यही नाला इन मच्छरों के आतंक की वजह बना हुआ है। जब डेंगू अत्यधिक फैल गया तो रजिस्ट्रार ने नगर निगम के हेल्थ ऑफिसर से रिक्वेस्ट की जिसके बाद करीब 20 दिन पहले कैंपस में फॉगिंग कराई गई। एक ब्वॉयज हॉस्टल में करीब एक दर्जन से ज्यादा स्टूडेंट्स फीवर की चपेट में आ गए। जिसमें कि करीब 6 स्टूडेंट्स का बुखार चार पांच दिन में कंट्रोल नहीं हुआ तो स्टूडेंट्स अपने घर चले गए हैं।

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क्वाइल का भी असर नहीं

मच्छरों से बचने के लिए स्टूडेंट्स मच्छर भगाने वाली क्वाइल या फिर रिफिल वाली मशीन का यूज करते हैं। डेली इनका यूज करने से मच्छर उनके आदी हो गए हैं। अब इन क्वाइल या लिक्विड का मच्छरों पर असर नहीं होता है कुछ देर वह डिस्टर्ब होते हैं लेकिन बाद मे पूरी तरह से एक्टिव मोड में आ जाते हैं।

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कुछ स्टूडेंट्स फीवर की चपेट में आ गए थे जब उनका फीवर कंट्रोल नहीं हुआ तो वह बच्चे अपने पेरेंट्स के साथ घर चले गए हैं। कैंपस में फॉगिंग का अरेंजमेंट नगर निगम करता है। कुछ टाइम पहले फॉगिंग हुई थी।

-अनिल यादव, हॉस्टल वार्डन यूनिवर्सिटी

यूनिवर्सिटी कैंपस में फॉगिंग हमेशा नगर निगम से कराई जाती है। करीब 20 दिन पहले इस सीजन में फॉगिंग कराई गई थी। हॉस्टल में डेंगू की जानकारी उन्हें नहीं है। किसी भी वार्डन उनसे इस बारे में शिकायत नहीं की है।

-सय्यद वकार हुसैन, रजिस्ट्रार, सीएसजेएमयू