कानपुर(ब्यूरो)। कुछ दिन राहत देने के बाद डेंगू ने फिर से हमला तेज कर दिया है। बीते कई दिनों से डेली औसतन 15 नए पेशेंट मिल रहे हैं। डेंगू पर काबू करने के लिए 50 लाख की आबादी वाले शहर में चंद हेल्थ वर्कर के भरोसे अभियान चलाया जा रहा है। डेंगू व मलेरिया के लगातार मरीज मिल रहे हैं। हालांकि हेल्थ डिपार्टमेंट दावा कर रहा है कि वह एरिया में जांच कर लार्वा को नष्ट करने के लिए दवा का छिडक़ाव कर रहा है। सैडरडे को सिटी में डेंगू के लक्षण वाले 38 और मलेरिया के लक्षण वाले 71 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए। वहीं सिटी के सुतरखाना और आईआईटी में दो डेंगू पेशेंट मिले है, जबकि रूरल एरिया में एक पेशेंट मिला है।

अस्पतालों में लगी लंबी लाइन
डेंगू और मलेरिया पीडि़त और उनके लक्षणों को लेकर सरकारी अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतार हर दिन देखने को मिल रही है। जुलाई से अभी तक शहर में डेढ़ सौ से ज्यादा मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो गई है। डेंगू नियंत्रण के लिए मलेरिया विभाग चंद कर्मचारियों के भरोसे ही शहर के विभिन्न मुहल्लों में चिह्नित किए गए 75 और ग्रामीण क्षेत्रों के 45 हाट स्पाट क्षेत्रों में डेंगू की रोकथाम के लिए लगा है।

मलेरिया विभाग खुद बीमार
मलेरिया विभाग इम्प्लाइज की कमी के कारण खुद बीमार चल रहा है। चंद कर्मचारियों के भरोसे दवाओं का छिडक़ाव, लक्षण युक्त लोगों की स्लाइड बनाने का काम किया जा रहा है। करीब 55 लाख की आबादी वाले शहर को चंद कर्मचारियों के भरोसे डेंगू के डंक से बचाना विभाग के लिए चुनौती जैसा है।

डेंगू के मामले सितंबर में बढ़ जाते हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट हाट स्पाट क्षेत्रों में डेंगू नियंत्रण में लगा हुआ है। जहां डेंगू के मामले मिल रहे हैं वहां पर सैंपलिंग कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
- एके सिंह, डीएमओ